NEW DELHI : देश के बड़े बॉक्सरों में शामिल व ओलंपिक में ब्रांज मेडल विजेता विजेंदर सिंह कांग्रेस को झटका देते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। आज उन्होंने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। माना जा रहा है कि बीजेपी हरियाणा और पश्चिमी यूपीमें विजेंदर सिंह के जरिए अपनी ताकत मजबूत करने जा रही है
बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई और स्वागत किया. तावड़े ने कहा कि विजेंदर सिंह जी विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए बीजेपी में जुड़ गए हैं. उनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी और लक्ष्य की ओर बढ़ेगी. विजेंदर कोमुक्केबाजी मेंपद्मश्री औरअर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
हुई घर वापसी
इस दौरान विजेंदर सिंह ने कहा कि आज उनकी घर वापसी हुई है। काफी अच्छा लग रहा है. देश विदेश में खिलाड़ियों का मान-सम्मान बढ़ा है.जब से बीजेपी सरकार आई है, तब से खिलाड़ियों को आसानी हुई है. मैं पहले वाला विजेंदर हूं. गलत को गलत कहूंगा और सही को सही कहूंगा।
मथुरा से चुनाव लड़ने की थी चर्चा
बता दें कि विजेंदर सिंह का नाम कुछ दिन पहले चर्चा में तब आया था जब मथुरा से भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी के खिलाफ उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की बात कही गई थी। लेकिन पार्टी ने उनके नाम पर मुहर नहीं लगाई। जिसके बाद अब विजेंदर सिंह अब कांग्रेस को ही अलविदा कह दिया है।
2019 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव
विजेंदर सिंह ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीति में कदम रखा था. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण दिल्ली से लड़ा था. हालांकि, वो बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से चुनाव हार गए थे.बिधूड़ी को 6 लाख 87 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को 3 लाख 19 हजार से ज्यादा और विजेंदर को 1 लाख 64 हजार से ज्यादा वोट मिले थे.
जाटों के वोटों पर बीजेपी की नजर
विजेंदर मूलरूप से हरियाणा जिले के भिवानी के रहने वाले हैं. वजाट समुदाय से आते हैं. ऐसे में पश्चिमी यूपी और हरियाणा की सीटों पर बीजेपी के लिए मुफीद साबित हो सकते हैं।विजेंदर ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्जमेडल जीता था. एशियन गेम्स में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। विजेंदर को लेकर देखा गया है कि वो सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं।