PATNA: पटना में एक तरफ जहां विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही जारी है, वहीं दूसरी तरफ गांधी मैदान के पास पंचायत वार्ड सचिव संघ का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। इनका कहना है कि पिछले 4 सालों से पंचायत वार्ड सचिव का मानदेय सरकार ने नहीं दिया है, जिस वजह से उन्हें सड़क पर उतरने को मजबूर होना पड़ा। वार्ड सचिव की सेवा स्थाई एवं सामान्य मानदेय की मांग को लेकर पंचायत वार्ड सचिव संघ के सदस्यों ने गांधी मैदान से विधानसभा मार्च निकालने की कोशिश भी की।
हंगामा और प्रदर्शन करते हुए वार्ड सचिव गांधी मैदान के जेपी गोलंबर के पास पहुंचे। जहां से सभी आगे बढ़कर मार्च करते हुए विधानसभा जाने की कोशिश करने लगे। हालांकि इस दौरान ट्रैफिक पुलिस और अतिरिक्त पुलिस बल द्वारा बैरेकेडिंग कर उनको रोक दिया गया। जिसके बाद जेपी गोलंबर के पास भारी बवाल हुआ। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जोरदार भिड़ंत हो गई। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया। हालात अनियंत्रित होते देखकर पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। वाटर कैनन के इस्तेमाल से प्रदर्शनकारी पीछे हटने लगे। इसमें कई प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए, वहीं कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई है।
बता दें कि बिहार में 1 लाख 14 हजार 691 वार्ड सचिव कार्यरत हैं। यह पंचायत वार्ड सचिव मानदेय नहीं मिलने से नाराज हैं। इनका कहना है कि पिछले 4 साल से हमलोग काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। वार्ड के अंतर्गत होने वाले तमाम कामों को करते हैं, लेकिन वेतन का भुगतान अबतक नहीं हुआ है। इसी संबंध में विधानसभा मार्च के लिए गांधी मैदान में भारी संख्या में पंचायत वार्ड सचिव जमा हुए थे। हालांकि विधानसभा प्रतिबंधित क्षेत्र हैं और आम औऱ खास, किसी को भी प्रदर्शन और हंगामे की इजाजत नहीं होती। इस वजह से पुलिस ने जे पी गोलंबर के पास ही इन्हें रोका, जिसके बाद जोरदार झड़प हो गई। इस दौरान कोरोना नियमों का भी खूब उल्लंघन हुआ।