PATNA: बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच के अंतिम वर्ष के मेडिकल छात्रों ने एक बार फिर कार्य बहिष्कार कर दिया है। छात्रों के स्टाइपेंड नहीं बढ़ाए जाने के विरोध में इंटर्न्स ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। इनका कहना है कि लगातार सरकार से गुहार के बाद भी स्टाइपेंड नहीं बढ़ाया गया, और हम अब मजबूर हैं।
पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर स्टाइपेंड की मांग को लेकर बुधवार सुबह 10 बजे से हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे ओपीडी और इमरजेंसी पर बुरा असर पड़ने लगा है। हड़ताल पर गए सभी जूनियर डॉक्टर एमबीबीएस 2016 बैच के छात्र हैं, जो पहले से स्टाइपेंड की राशि बढ़ाने की मांग करते रहे हैं। हड़ताल के दौरान सभी जूनियर डॉक्टर घूम घूमकर काम काज बाधित करवा रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।
इस दौरान मेडिकल इंटर्न्स ने मीडिया के नाम एक पत्र भी जारी किया है। इसमें उन्होंने विस्तार से पूरा मामला समझाया है। मीडिया के नाम जारी किए गए पत्र में मेडिकल इंटर्न्स ने लिखा है कि सरकार द्वारा साल 2013 के बाद से ही स्टाइपेंड बढ़ाने की बात की जा रही थी, मगर यह आज तक हो नहीं सका। इस मामले में आज तक हमें केवल आश्वासन देकर टाला जा रहा है। मेडिकल इंटर्न्स को आज भी केवल ₹500 प्रतिदिन के हिसाब से स्टाइपेंड मिलता है जो आज के दौर में कहीं से भी उचित नहीं है। इसको लेकर हम लगातार पीएमसीएच प्रशासन सहित सरकार पर दबाव डाल रहे हैं, मगर हमें आज तक सकारात्मक जवाब किसी की तरफ से भी नहीं मिला। इसी मुद्दे को उठाते हुए आज हमने कार्य बहिष्कार करने का फैसला लिया है।