BUXAR: बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल ने बीते दिन समाहरणालय के विभिन्न शाखाओं का औचक निरीक्षण किया गया। अभिलेखागार के निरीक्षण के क्रम में लिपिक एवं दफ्तरी उपस्थित पाए गए। निरीक्षण के क्रम में नकल प्राप्ति हेतु 50 से अधिक आवेदन पडे़ हुए पाए गए। ये सभी आवेदन 17 अगस्त 2024 या उससे पहले की तिथियों के थे। इस क्रम में लिपिक से कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि अभिलेख यत्र-तत्र बिखरे हुए पड़े थे। जिसका सही ढंग से रख-रखाव का जिम्मा दफ्तरी का भी है। इस क्रम में इनसे कारण पृच्छा करने हेतु विशेष कार्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया। साथ ही अभिलेखागार में दफ्तरी विगत 2003 से ही कार्यरत है। नजारत उप समाहर्ता बक्सर को निर्देश दिया गया कि इनके स्थानांतरण के संबंध में अविलंब संचिका प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे।
साथ ही निर्देश दिया गया कि इस कार्यालय की पर्याप्त साफ-सफाई हेतु आउटर्सोस एजेंसी के एक कर्मी को प्रतिनियुक्त कराना सुनिश्चित करेंगे एवं प्रथम तल के दूसरे भाग में अभिलेखों के रख-रखाव हेतु कक्ष बनवाने हेतु कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल बक्सर से समन्वय स्थापित करेंगे।
जिसके बाद बक्सर डीएम ने आपदा प्रबंधन शाखा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में आपदा कार्यालय में कार्यरत 04 लिपिकों में से 01 लिपिक (धर्मपाल कुमार) अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। इस क्रम में संबंधित कर्मी से कारण पृच्छा करते हुए अनुपस्थित अवधि का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
बक्सर से पुष्कर की रिपोर्ट