PATNA: बिहार विधानसभा में आज कैग रिपोर्ट पेश किया गया। 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वर्ष का अनुपालन प्रतिवेदन में सरकार की पोल खुल गई है। कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार सरकार की कुल प्राप्ति 1,28,294.13 करोड़ थी. इसमें राज्य सरकार के अपने श्रोत से अर्जित राजस्व 36,543,01 करोड़(28.48) प्रतिशित रही. जबकि केंद्र से प्राप्ति का हिस्सा 91,751.12 करोड़ यानि कुल प्राप्ति का 71.52 प्रतिशत रहा।
कैग ने परिवहन विभाग की खोली पोल
महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में बिहार के परिवहन विभाग की पोल खुल गई है। हैंड-हेल्ड डिवाइस द्वारा ई चालान से वसूले गए 6.27 करोड़ रू सरकारी खाते में जमा नहीं किए गए . खाता बही का रख रखाव न होने की वजह से सरकारी खाते में सात करोड़ 3 हजार रू भेजे जाने का सत्यापन नहीं किया जा सका. एक करोड़ 97 लाख के 3061 चालान अनियमित रूप से संशोधित किए गए. जिससे जुर्माने में 90 लाख 96 हजार रू की कमी हो गई। चूककर्ता वाहन मालिकों को 24 करोड़ 17 लाख के 71274 ई-चालान निर्गत किए गए. लेकिन न तो उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई और न ही वाहनों की जब्ती का कोई प्रयास किया गया. वाहनों पर 9 करोड़ 33 लाख के जुर्माने से प्राप्त राशि को दूसरे शीर्ष में भेज दिया गया. जिससे सड़क सुरक्षा परिषद 93.30 लाख रू सड़क कोष के अपने हिस्से से वंचित रहा . कुल राशि का केवल 11.86% ही 8 जिलों में नामित बैंक को डिजिटल रूप से हस्तांतरित किया गया.