पटना. भारत ही नहीं दुनिया भर में आज की तारीख में कैंसर रोग बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या है. प्रत्येक वर्ष 20 मिलियन यानी करीब 2 करोड़ से ज्यादा कैंसर के नए मरीजों का पता चल रहा है. कैंसर की वजह से लगभग 10 मिलियन यानी करीब 1 करोड़ मौतें प्रत्येक वर्ष हो रही है. मगध कैंसर सेंटर पटना के डॉ रिद्दू कुमार शर्मा (एमडी डीएम मेडिकल) का कहना है कि कैंसर की रोकथाम और अर्ली डिटेक्शन ( early detection ) हम सबों का उतरदायित्व बनता है. एक तिहाई कैंसर को विभिन्न उपायों से रोका जा सकता है.
उन्होंने कहा कि लगभग 10 -12 % कैंसर संक्रमण की वजह से होता है. जिसमें सर्वाइकल कैंसर, बच्चेदानी के मुँह का कैंसर, लिवर कैंसर, Anorectal cancer ( मलद्वार का कैंसर ), Lymphomas लीमफोमा आदि मुख्य हैं . सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश केस ( बीमारी ) Human papiloma virus ( H. P. V ) संक्रमण के कारण होता है. लिवर कैंसर का मुख्य कारण Hepatitis virus ( HBV, HCV ) संक्रमण है .
डॉ रिद्दू कुमार शर्मा के अनुसार आज की तारीख में H. P. V Vaccine (Human pipilloma virus vaccine) उपलब्ध है. जिससे सर्वाइकल कैंसर ( cervical cancer ) को रोका जा सकता है. H. P. V वैक्सीन के विभिन्न प्रकार ( bi-- velent ) , Tetra volume , nine -- valent vaccines ) टीकाकरण के लिए उपलब्ध है. H. P. V वैक्सीन सामान्यत 9 से 26 वर्ष के उम्र की बालिकाओं को दिया जाता है. टीकाकरण की सबसे बेहतर आयु 9-- 14 वर्ष मानी जाती है. यह वैक्सीन बालकों यानी लडकों के लिए भी अनुशंसित है जो एनोरेक्टल कैंसर और ऑरोफरीन्जियल कैंसर की रोकथाम के लिए फायदेमंद है.
उन्होंने कहा कि HPV वैक्सीन का प्रभाव दर, सर्वाइकल कैंसर के लिए 97 प्रतिशत है. यानी 100 में से 97 लोग इससे बच सकते हैं और सुरक्षित रह सकते हैं. उसी प्रकार से Heptaitis - B vaccine द्वारा लिवर कैंसर के अधिकांश केसेस को रोका जा सकता है. डॉ रिद्दू ने कहा कि इस टीके द्वारा कैंसर रोकथाम के विषय में लोगों को जागरूक करना हमसब का दायित्व बनता है. जिससे लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है. जब लोग कैंसर के प्रति जागरूक होंगे तब कैंसर मुक्त (प्रदेश) व देश बनाने की ओर हम सब अग्रसर होंगे.