NALANDA : बख्तियारपुर - रजौली एनएच 20 फोरलेन में फ्लाईओवर निर्माण के दौरान लिफ्ट किए जा रहे गार्डर गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। इसके बाद कार्य एजेंसी के द्वारा केंद्रीय एजेंसी को घटना की रिपोर्ट भेज दी गई थी। बुधवार को एनएचएआई के अधिकारी बीम लिफ्ट किए जाने के दौरान नीचे गिर जाने को लेकर जांच को लिए भागन विगहा पहुंचे। जांच एजेंसी ने हर एक चीजों को बारीकी से जांच किया। टीम ने डिजाइन के अनुसार बीम की ड्राइंग, कास्टिंग का समय एवं अन्य पहलुओं को लेकर जांच की।
इस मामले में कार्य एजेंसी ने 220 पन्नों की रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय टीम को भेजा था। उन रिपोर्टों में बीम गिरने की वजह क्रेन फेलुयर को बताया गया है। 90 टन वजनी बीम को लिफ्ट करने के दौरान क्रेन संचालन की गड़बड़ी के कारण बीम का पलट जाना एवं नीचे गिरने की वजह बताई गई है। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया की मामले की जांच की जा रही है। पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
बता दें की 18 नवंबर की शाम पिलर पर क्रेन के माध्यम से बीम लिफ्ट किए जाने के दौरान पिलर संख्या 29 के समीप नीचे गिर गया था। इस हादसे में कार्य एजेंसी के एक मजदूर पटना के बिहटा के रामनगर निवासी 35 वर्षीय रंजन कुमार की मौत हो गई थी। स्थानीय लोग कार्य एजेंसी के द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किए जाने को लेकर सवाल खड़ा कर रहे थे।
काफी मशक्कत के बाद मलबे को हटाकर शव को बाहर निकाला गया था। जिसके बाद परिजनों के द्वारा मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दी गई थी। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था। इसके उपरांत मृतक के आश्रितों को मुआवजे की राशि भी दी गई थी।
नालंदा से राज की रिपोर्ट