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जन्माष्टमी पर पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव, इन रुटों पर नहीं चलेंगे वाहन

जन्माष्टमी पर पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव, इन रुटों पर नहीं चलेंगे वाहन

PATNA: देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर साल भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान कृष्ण ने देवकी की कोख से जन्म लिया था। वहीं राजधानी पटना सहित बिहार के कई जिलों में कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर धूम है। 

पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में अगले दो दिनों तक जन्माष्टमी को लेकर उत्सवी माहौल रहने वाला है। जन्माष्टमी को लेकर पटना के ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। जन्माष्टमी पर पटना इस्कॉन मंदिर जाने वाले रास्ते पर सोमवार दोपहर दो बजे से कोई वाहन नहीं चलेंगे। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर यातायात पुलिस ने वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध की घोषणा की है। 

यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को प्रतिबंध लागू होने पर किसी भी तरह के वाहनों को इस्कॉन मंदिर की ओर नहीं जाने दिया जाएगा। कोतवाली टी से ऑटो, ई-रिक्शा सिटी बसों को डाक बंगला के रास्ते पटना जंक्शन भेजा जाएगा। अदालत गंज पूरब से पश्चिम की ओर भी वाहनों के आने की अनुमति नहीं होगी। जीपीओ नीचे से इस्कॉन मंदिर की ओर जाने वाली गाड़ियों का परिचालन आर ब्लॉक के रास्ते किया जाएगा। जीपीओ ओवरब्रिज से इस्कॉन मंदिर की ओर आने वाले वाहनों को मंदिर से पहले अदालत गंज पश्चिम की तरफ डायवर्ट कर दिया जाएगा

राजधानी में जन्माष्टमी पर प्रमुख कृष्ण मंदिरों के समीप पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहेगी। सोमवार शाम से ही पुलिस सुरक्षा में मुस्तैद रहेगी। चूंकि इस मौके पर पूरी रात श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। लिहाजा स्थानीय एसएचओ और पुलिस को पूरी रात क्षेत्र में गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं। 

भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के लिए मठ-मंदिरों से लेकर घरों तक तैयारियां पूरी हो गई हैं। मंदिरों में तीन दिवसीय जन्मोत्सव की शुरुआत रविवार से हो गई। बुद्धमार्ग स्थित अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) मंदिर और मीठापुर स्थित गौड़ीय मठ को फूलों से और रंग-बिरंगे बल्बों सजाया गया है। इस्कॉन और गौड़ीय मठ मंदिर में रविवार को गौड़ीय नृत्य और संकीर्तन की प्रस्तुति की गई। सोमवार को इस्कॉन में नाम संकीर्तन होगा। 251 चांदी कलश व दक्षिणायन शंख से अभिषेक होगा। मंगलवार 27 अगस्त को मंदिर में प्रभुपाद आविर्भाव महोत्सव मनाया जाएगा।

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