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गोपालगंज में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने की बैठक,कहा- लंबित केस को 14 सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत में कराएं सुलह

गोपालगंज में जिला एवं सत्र न्यायाधीश  ने की बैठक,कहा- लंबित केस को 14 सितंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत  में कराएं सुलह

गोपालगंज - जिले के व्यवहार न्यायालय में जिला एवं सत्र न्यायाधीश  गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर अपने कार्यालय कक्ष में एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील किया की आगामी 14 सितंबर को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत में शामिल होकर अपना वाद का निबटारा करें ताकि समय श्रम और पैसा की बचत हो सके।

दरअसल राष्ट्रीय लोक अदालत आगामी 14 सितंबर को  कोर्ट परिसर में सुबह दस बजे आयोजित की जाएगी। इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस संदर्भ में जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता आयोजित की। दौरान उन्होंने पत्रकारों को संबोधित कर एक स्लोगन देते हुए कहा की समय, श्रम और पैसा बचाए लोक अदालत में झगड़ा निबटाए। साथ ही उन्होंने कहा की इस वर्ष की तीसरी लोक अदालत का 14 सितंबर 2024 को सुबह 10:00 बजे न्यायालय परिसर में की जाएगी। अभी तक 2856 वादों को चिन्हित किया है। 2856 वादों को हमने इनमें नोटिस निर्गत कराया हैं और हम आशा करते हैं कि करीब 700 केस का निष्पादन कर पाएंगे जो पोस्ट लिटिगेशन केसेस है।  

जिला एवं सत्र न्यायाधीश  गुरविंदर सिंह मल्होत्रा ने कहा कि इसी तरह  हमारे प्री लिटिगेशन केस 14254 को हमने चिन्हित किया है।  आशा करते हैं कि हम 1500 केसेस निष्पादित जरूर कर पाए। उन्होंने बताया की जो प्री लिटिगेशन केसेस  बैंक ऋण एसडीओ कोर्ट व महिला हेल्प लाइन से सबंधित होते है जो न्यायालय में पंजीकृत नहीं होते है। जबकि पोस्ट लिटिगेशन केस का न्यायालय में पंजीकृत होता है। इसके लिए हम लोगो ने 12 बेंचो का गठन किया है। जिसमे हमारे न्यायिक पदाधिकारी रहेंगे और हमारे कुछ अधिवक्ता गण भी रहेंगे। हमारे न्यायिक पदाधिकारी ज्यूडिशल ऑफीसर्स कंपाउंड केसेस को निष्पादन करने की कोशिश करेंगे। इसको लेकर प्रचार प्रसार के माध्यम से निष्पादन का दायरा बढ़ेगा। यदि कोई  वादकारी अपना केस यहां से डिस्पोजल कराना चाहता है तो अपना एक आवेदन लोकअदालत कार्यालय में या फिर संबंधित कोर्ट में दे सकते हैं। अगर वाद कंपाउंड नेचर का होगा तो हर संभव कोशिश करेंगे कि इसका निष्पादन कर सके।

रिपोर्ट- मन्नान अहमद

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