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मैट्रिक परीक्षा में शिक्षकों के बच्चों ने लहराया परचम, एनडीए कर देश की सेवा करना चाहता हैं टॉपर शिवांकर

मैट्रिक परीक्षा में शिक्षकों के बच्चों ने लहराया परचम, एनडीए कर देश की सेवा करना चाहता हैं टॉपर शिवांकर

PATNA: बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है। जिसमें पूर्णिया के छात्र शिवांकर ने पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। शिवांकर के पिता संजय विश्वास एक निजी स्कूलों में शिक्षक हैं। शिवांकर ने बताया कि उन्हें भरोसा नहीं था कि वह बिहार बोर्ड की परीक्षा में पूरे सूबे में प्रथम आएंगे लेकिन इतना जरूर था कि कुछ अच्छा रिजल्ट आएगा। शिवांकर ने कहा कि वह एनडीए में जाना चाहता है।

शिवांकर के पिता ने बताया कि मेरा बेटा पढ़ने में मेघावी है। दिन-रात मेहनत करता था और उसे उम्मीद थी कि अच्छा करेगा। शिवांकर के शिक्षक ने बताया कि वह हमेशा विद्यालय सहित अन्य परीक्षाओं में प्रथम आता था और कुछ अच्छा करने के लिए दिन-रात मेहनत करता था। शिवांकर की बहन ने कहा कि शिवांकर की सफलता पर न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे सूबे  के लोग गौरवान्वित है और दूर-दूर से उन्हें शुभकामना के फोन आ रहे हैं ।

वहीं समस्तीपुर के आदर्श 488 अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे, जबकि आदित्य कुमार, सुमन कुमार, पलक कुमारी और साजिया परवीन संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रही। बिहार बोर्ड 2024 के मैट्रिक रिजल्ट में सारण जिले के एकमा प्रखंड के रसूलपुर स्थित धानाडीह निवासी पलक कुमारी को 486 अंक के साथ राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। 

वहीं तीसरे टॉपर में वैशाली प्रखंड क्षेत्र मदरना गांव की साजिया परवीन भी शामिल हैं। साजिया परवीन वैशाली प्रखंड के ही इस एम टी हाई स्कूल की छात्रा है और उसे 500 में 486 अंक प्राप्त हुआ है। साजिया परवीन के पिता मोहम्मद साजिद और घर परिवार के सभी सदस्य अपनी बेटी की सफलता पर काफी खुशी दिखें है। साजिया के पिता ने बताया कि रमजान के महीने में ऐसी खबर मिली है जिससे काफ़ी खुश हैं। साजिया के पिता स्वयं एक शिक्षक हैं और खास बात यह है कि जिस विद्यालय से साजिया ने पढ़ाई की है उसी विद्यालय में उसके पिता शिक्षक हैं। वैशाली जिला के स्कूल में कार्यरत साजिया के पिता ने बताया कि मेरी बेटी ने घर से ही पढ़ाई की और मेरे साथ ही विद्यालय आती थी। चार संतानों में सबसे बड़ी साजिया जब परीक्षा देकर लौटी थी तो उसे यकीन था कि नंबर काफी अच्छे आएंगे।

पूर्णिया से अंकित, हाजीपुर से ऋषभ की रिपोर्ट

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