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जदयू में दो बड़े नेताओं में भिड़ंत, नीतीश का नाम लेकर खुलेआम एक दूसरे पर लगाया आरोप,चुनाव से पहले कुश्ती, सीएम ने किया हस्तक्षेप

जदयू में दो बड़े नेताओं में भिड़ंत, नीतीश का नाम लेकर खुलेआम एक दूसरे पर लगाया आरोप,चुनाव से पहले कुश्ती, सीएम ने किया हस्तक्षेप

पटना- जिस बी.पी. मंडल ने मंडल कमीशन रिपोर्ट लिख कर 60 करोड़ ओबीसी की तकदीर बदल दी, उन्हीं के पोते निखिल मंडल के साथ जदयू में सबकुच ठीक नहीं चल रहा है.  लोकसभा चुनाव में निखिल टिकट मिलने की आश लगाए हुए थे, उन्हें प्रवक्ता के लायक भी प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नहीं समझा. दरअसल जदयू ने हाल ही में तीन नए प्रवक्ता और 10 मीडिया पैनलिस्ट नियुक्त करके चुनाव के लिए अपनी टीम का विस्तार किया. मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार के हस्ताक्षर से निर्गत पहले की सूची में  निखिल मंडल को रखा गया था. लेकिन फिर एक नई सूची जारी की गई, कथित तौर पर उमेश कुशवाहा के हस्तक्षेप के बाद इसमें से केवल निखिल मंडल का नाम अचानक हटा दिया गया. बीपी मंडल जिनकी सिफ़ारिशों ने भारत की राजनीति बदल दी उनके पोते निखिल मंडल इस कार्रवाई से खासे आहत हुए और  सोशल मीडिया पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की जमकर क्लास लगा दी.

 

निखिल ने उमेश कुशवाहा पर निकाली भड़ास

निखिल मंडल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि कल हमारी पार्टी जद (यू) की चुनाव अभियान समिति की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई।पार्टी के वरिष्ठ नेतागण ने 3 नए प्रवक्ता की सूची जारी की, जिसमें मुझे भी जगह दी गई। यह सूची मीडिया के साथियों को भी भेज दी गई थी।


कुशवाहा पर निखिल का नाम काटने का आरोप

फिर पार्टी ऑफिस से खबर आयी कि प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा ने लिस्ट रोक दिया है और कल संशोधित लिस्ट जारी की जाएगी।आज लिस्ट जारी की गई, सभी नाम यथावत है सिर्फ़ मुझे छोड़ कर।प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा जी आप ग़लतफ़हमी के शिकार हो गए हैं। 

नीतीश को निखिल ने बताया राजनीतिक गुरु

ये पार्टी ना आपकी है, ना मेरी है। ये पार्टी सिर्फ़ और सिर्फ़ आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी की है जो मेरे राजनीतिक गुरु हैं और पहले भी उन्होंने ही मुझे प्रवक्ता बनाया था। पिछली कमेटी में मुझे प्रदेश महासचिव आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी ने ही बनाया था। प्रदेश अध्यक्ष जी, आपके कृपा से ना राजनीति में हूं और ना किसी पद पर हूं। 2020 का विधानसभा चुनाव आप भी हारे और मैं भी हारा। 

उमेश कुशवाहा के काबिलियत पर मंडल ने उठाया सवाल

आप प्रदेश अध्यक्ष हैं तो आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी के आशीर्वाद से, ना कि अपनी क़ाबिलियत से। पार्टी में पिछले 19 साल से कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं और आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी के हाथों को ना सिर्फ़ मैं बल्कि मेरा पूरा परिवार मज़बूत कर रहा है।

उमेस कुशवाहा को निखिल मंडल ने दी सलाह

राजनीति करनी है तो दिल बड़ा कर कीजिए, ऐसा काम तो बच्चे भी नहीं करते हैं।कल से आज तक के घटनाक्रम की सूची डाल रहा हूं, ख़ुद ही तय कीजिए कि पार्टी को मज़बूत किया जा रहा है या फिर कमजोर..!!राजनीति में हूं, मेहनत करता हूं, पर सम्मान से समझौता नहीं करता। मेरे रगों में बीपी मंडल साहब का खून दौड़ता है। आगे फ़ैसला हम सबके नेता आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी को लेना है कि मेरी भूमिका पार्टी में क्या होगी।

सोशल मीडिया पर प्रदेस अध्यक्ष के विरोध में लोंगों ने की टिप्पणी

इसे बाद सोशल मीडिया पर उमेश कुशवाहा के खिलाफ तल्ख टिप्पणी होने लगी. उपेंद्र कुशवाहा के निर्मय से जदयू का छिछालेदर होने लगा तो बात सीएम नीतीश तक पहुंची.

सीएम नीतीश कुमार ने किया हस्तक्षेप

बहरहाल कथित तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे गंभीरता से लिया और हस्तक्षेप कर निखिल कुमार को प्रवक्ता नियुक्त किया गया. कथित तौर पर उमेश कुशवाहा के निर्णय से हो रहे  छिछालेदर के बाद सीएम नीतीश ने निखिल मंडल पर भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से प्रवक्ता बना दिया सबसे अहम है कि अब उनके प्रवक्ता बनने की चिठ्ठी प्रदेश महासचिव चंदन सिंह ने जारी की है.

नीतीश के प्रति निखिल ने जताया आभार

 निखिल मंडल ने फिर से प्रवक्ता बनाए जाने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर है कि पार्टी का प्रदेश प्रवक्ता पुनः बनाए जाने पर मैं बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीतीश कुमार जी का दिल से धन्यवाद करता हूँ।साथ ही पार्टी नेतृत्व और सभी साथियों को ये यक़ीन दिलाता हूँ कि पहले से और अधिक ऊर्जा के साथ पार्टी का पक्ष बिहार की सम्मानित जनता के समक्ष रखूँगा। आने वाले लोक सभा चुनाव में एनडीए बिहार के 40 में 40 सीटें जीतेगी। मोदी-नीतीश जी की जोड़ी बिहार में विपक्ष का सूपड़ा साफ़ कर देगी.

बहरहाल सीएम नीतीश के हस्तक्षेप के बाद इस मामले का पटाक्षेप हो गया है.

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