NEW DELHI : मंगलवार को विधानसभा में मचे बवाल को लेकर विपक्ष लगातार सता पक्ष पर निशाना साध रहा है. खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी पार्टी के निशाने पर है. इसी कड़ी में राजद के वरिष्ठ नेता शिवानन्द तिवारी ने कहा की विधानसभा अध्यक्ष की क्या हैसियत है. बिना नीतीश कुमार के मर्जी के पुलिस कैसे वहां जा सकती है.
उन्होंने कहा की जानकारी मिली है की पहले जब अधिकारी विधानसभा गए तो सलीके से बात कर रहे थे. लेकिन नीतीश कुमार ने कलेक्टर को अपने चैंबर में बुलाकर डायरेक्शन दिया. उसके बाद प्रशासन का पूरा का पूरा रुख बदल गया. उसके बाद जैसे मवालियों के साथ व्यवहार होता है. वैसा व्यवहार पुलिस विधायकों के साथ करने लगी.
शिवानन्द तिवारी ने कहा की विधायक विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर के बाहर धरना दे रहे थे. इसका यह कहाँ औचित्य है की सदन में पुलिस बुलाया जाये. पुलिस विधायकों को डंडे से मारे, विधायकों की साड़ी खींचे. उन्हें जूतों से मारे. उन्होंने कहा की स्पीकर से हम अपनी बात कहने गए थे. स्पीकर से हम अपनी बात कहने गए थे. स्पीकर तो दोनों पक्ष का होता है. उन्होंने कहा की जब स्पीकर चुने जाते हैं तो सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष दोनों उन्हें आसन तक लेकर आते हैं. लेकिन नीतीश जी ने जो काम किया है.वह बीमार दिमाग का आदमी ही कर सकता है.
दिल्ली से धीरज की रिपोर्ट