NALANDA : गंगा उद्भव योजना पर तेजी से काम चल रहा है. गिरियक के घोड़ाकटोरा में जल्द ही गंगा का जल पहुंचेगा. नालंदा के साथ ही नवादा और गया जिलों के लोग योजना से लाभान्वित होंगे. मोकामा से पाइपलाइन के सहारे पहले गंगाजल नालन्दा पहुंचेगा. इसके बाद नवादा और गया पहुँचाया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 29 अगस्त को घोड़ाकटोरा में योजना का निरीक्षण व वाटर स्टोरेज टैंक का शिलान्यासकरने आएंगे. 2836 करोड़ से गंगा उद्भवन योजना के तहतमोकामा के हाथीदह से गंगा नदी के जल को घोड़ाकटोरा लाया जायेगा.
सीएम के आगमन को लेकर घोड़ाकटोरा मेंयुद्ध स्तर पर हेलीपैड बनाने से लेकर रास्ते के निर्माण, मंच बनाने के काम तेज गति से किया जा रहा है. एडीएमनौशाद अहमद ने बतायाकि मोकामा से पाइनलाइन के सहारे नालंदा और इसके आसपास के तीन जिलों तक गंगाजल पहुंचाने के लिए सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना है.
यह कार्य एजेंसी मेधा इंटरप्राइजेज द्वारा किया जा रहा है. घोड़ाकटोरा के पास 354 एकड़ में गंगा का पानी स्टोर किया जाएगा. इसे प्यूरीफाई करने के बाद तीनों जिलों में भेजा जाएगा. पाइप लाइन के जरिये मोकामा से घोड़ाकटोरा गंगाजल पहुंचेगा. प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा करना है. पहले चरण में ड्रिंकिंग वाटर प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है. घोड़ाकटोरा में ड्रिंकिंग वाटर के लिए 90 एमसीएम पानी के स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी.
यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जायेगा. घोड़ाकटोरा से ट्रीटमेंट किया हुआ गंगाजल को पहले राजगीर व बिहारशरीफ पहुंचाने की योजना है. उसके बाद नवादा व गया भी भेजा जायेगा. खास यह भी कि घोड़ाकटोरा में टाउन वाइज वाटर स्टोरेज टैंक भी बनाये जायेंगे. प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर चिह्नित किये गये शहरों के लोगों को स्वच्छ पेयजल के रूप में पवित्र गंगा का जल उपलब्ध होने लगेगा.
नालन्दा से राज की रिपोर्ट