PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अक्टूबर महीने का तीसरा और अंतिम जनता दरबार है। तीसरे सोमवार को जनता दरबार में सीएम नीतीश ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य व अन्य विभागों की शिकायत सुन रहे हैं। फरियादियों की शिकायत सुन मुख्यमंत्री अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे। एक युवक की फरियाद सुन सीएम नीतीश को गुस्सा आ गया और कहा कि फालतू की बात मत करो।
हमें प्राइवेट कोचिंग में मदद करें
दरअसल,गया के शेरघाटी के एक युवक गौतम कुमार ने सीएम नीतीश से कहा कि हम यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे। लेकिन उनकी माली हालत अच्छी नहीं । ऐसे में हम प्राईवेट कोचिंग नहीं कर पा रहे। आप हमें प्राईवेट कोचिंग करने के लिए आर्थिक सहायता करें। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राईवेट कोचिंग की मदद नहीं ले पा रहे तो हम क्या करें? प्राईवेट कोचिंग के लिए सरकारी मदद का प्रावधान नहीं है। जेनरल स्पीच देने से कोई फायदा नहीं। फालतू चीज मत करिए...ऐसा कहिए कि हमें इसमें मदद करिये,ऐसा नहीं होता है। एक-एक चीज में मदद किया जा रहा।
सीएम ने अपने प्रधान सचिव को बुलाया
त्रिवेणीगंज से आये एक आवेदक ने सीएम नीतीश से कहा कि कुसहा त्रासदी के दौरान ही त्रिवेणीगंज में एक पुल टूट गया था लेकिन आज तक वह नहीं बना। सीएम नीतीश ने यह बात सुन हतप्रभ रह गये। उन्होंने तुरंत अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को बुलाया और कहा कि यह काफी संवेदनशील मामला है। आखिर यह कैसे हुआ? हमने तो कर्ज लेकर एक-एक काम कराया फिर भी बचा कैसे रह गया....। आप इस दिखवाइए और जिम्मेदार लोगों को को चिन्हित करायें। क्यों कि हमने कोई काम छोड़ा नहीं तो क्षतिग्रस्त पुल बच कैसे गया। आप मुख्य सचिव से इस पर चर्चा करें और जरूरत पड़ी तो एक मीटिंग बुलाएं।