PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरियाणा नहीं जायेंगे। वे चौधरी देवी लाल की जयंती कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे। हरियाणा के जिंद में जयंती कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीएम नीतीश कुमार को आमंत्रित किया गया था। लेकिन अब वे नहीं जायेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आज साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व्यस्तता की वजह से जयंती कार्यक्रम सह किसान सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे.हालांकि पार्टी की तरफ से के.सी. त्यागी जरूर शामिल होंगे। बताया जाता है कि 25 सितंबर को आयोजित किसान सम्मेलन के बहाने देश में विपक्षी नेताओं को एक प्लेटफार्म पर लाने की कोशिश की जा रही है.पहले इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार के शामिल होने की खबर थी। लेकिन अब उन्होंने निर्णय बदल लिया है।
नीतीश कुमार ने किया किनारा
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल जी से नीतीश कुमार का आत्मीय संबंध रहा है। जब देवी लाल कृषि मंत्री थे तो नीतीश कुमार कृषि राज्य मंत्री बने थे। उनका प्यार हमेशा हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलते रहा था। देवी लाल की याद में कई सम्मेलन हुए उसमें नीतीश कुमार जाते रहे हैं। लेकिन इस बार वे नहीं जायेंगे। 25 सितंबर को हरियाणा के जिंद में देवीलाल की जयंती पर किसान सम्मेलन आयोजित है। जिसमे शामिल होने के लिए नीतीश कुमार को आमंत्रित किया गया है।
केसी त्यागी करेंगे शिरकत
ललन सिंह ने कहा कि बिहार में अभी बाढ़ की स्थिति है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर का भी खतरा है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बिहार से बाहर जाना मुश्किल है। जेडीयू की तरफ से हमारे प्रतिनिधि उस कार्यक्रम में जायेंगे। हमारे दल की तरफ से राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी जायेंगे। इस संबंध में पार्टी की तरफ से उनके पुत्र ओमप्रकाश चौटाला को जानकारी दे दी गई है।
बता दें, देश की राजनीति में एक बार फिर से तीसरे मोर्चे की संभावनाओं पर चर्चा होने लगी है। किसान आंदोलन और जाति आधारित जनगणना सहित अन्य मसलों को लेकर गैर कांग्रेसी विपक्षी दल एक मंच पर आने की कोशिश में जुटे हैं। संभावित तीसरे मोर्चे के एक बड़े आयोजन में एनडीए सरकार की प्रबल विरोधी ममता बनर्जी राकांपा चीफ शरद पवार शिरोमणि अकाली दल से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा जैसे चेहरों को एक साथ आने की तैयारी है। इसमें भाजपा के सहयोगी जदयू के नेता और बिहार में एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलावा मिला था। लेकिन सीएम नीतीश पहले इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले थे। लेकिन अब किनारा कर लिया है। हालंकि वे अपना प्रतिनिधि भेजने वाले हैं।