PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाज सुधार अभियान के तहत औरंगाबाद में हैं। वे मगध क्षेत्र के पांच जिलों की जीविका दीदी को संबोधित किया। औरंगाबाद पुलिस लाइन कैम्पस से दहेज प्रथा एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन एवं नशा मुक्ति को लेकर सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास करना हमारी प्राथमिकता रही है। जब से आपलोगों ने हमें काम करने का मौका दिया तब से विकास के काम कर रहे हैं। पहले क्या स्थिति थी। हमलोग पहले क्षेत्र में जाते थे तो शाम होते-होते सभी लोग घरों में बंद हो जाते थे। सड़के सुनसान हो जाती थीं। इन सब को देखते हुए हमने हर क्षेत्र में काम किया। सबके लिए हमने काम किया। जो किनारे पड़े हुए थे उनके लिए ज्यादा काम किया। पहले महिलाओं की क्या स्थिति थी,किसी से छुपी हुई है? महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सबसे पहले पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए पचास फीसदी आरक्षण दिया। वहीं अति पिछड़ों व एससी-एसटी को बी जनसंख्या के हिसाब से आरक्षण दिया। नगर निकाय के चुनाव में भी महिलाओं को पचास फीसदी आरक्षण दिया। इसका रिजल्ट सामने है। महिलायें कितनी आगे बढ़ीं?
सीएम नीतीश ने कहा कि हम अच्छा काम करते हैं तो कुछ लोगों को बुरा लगता है। जब हमने लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए साईकिल योजना चलाई तो कुछ लोगों को बुरा लगा। वे लोग हमारे निर्णय को गलत ठहराने लगे। हमने सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिया। आज पच्चीस हजार से ज्याद महिलायें पुलिस में हैं। पहले स्वयं सहायता समूह बिहार में न के बराबर था। हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता बनाया। लक्ष्य था कि 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनायेंगे लेकिन अब तो ज्यादा हो गया है। हमारी योजना को केंद्र ने अपनाया और आजीविका की शुरूआत की। ये सब बिहार में ही हुआ जिसे दूसरे राज्यों ने अपनाया।