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CM नीतीश की पोल-खोल ! खजूरबन्नी जहरीली शराब कांड में आश्रितों को मिली थी 4 लाख की सरकारी सहायता, 'अमृता' है उदाहरण....

CM नीतीश की पोल-खोल ! खजूरबन्नी जहरीली शराब कांड में आश्रितों को मिली थी 4 लाख की सरकारी सहायता, 'अमृता' है उदाहरण....

PATNA: सारण में जहरीली शराब से सत्तर से अधिक लोगों की मौत हो गई है। शऱाबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब से हो रही मौत के बाद सीएम नीतीश कटघरे में हैं। भाजपा ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किये हैं. विपक्षी पार्टी सदन से लेकर सड़क पर जहरीली शराब से हो रही मौत पर आंदोलन कर रही है। नेता प्रतपिक्ष ने सीएम नीतीश से जहरीली शऱाब पीने से हुई मौत के बाद परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि जो पियेगा वो मरेगा. मुआवजा देने का सवाल कहां उठता है। क्या जहरीली शराब कांड से मरे लोगों के परिजनों को नीतीश सरकार मुआवजा नहीं देती है ? नीतीश कुमार के बयान से तो ऐसा ही लगता है. लेकिन 6 साल पहले गोपालगंज के खजुरबन्नी गांव में जहरीली शराब कांड में 19 लोगों की मौत के बाद सरकार ने पीड़ित परिवार को 4-4 लाख का मुआवजा दिया था। 

अनिल राम की पत्नी को मिला था चार लाख मुआवजा 

न्यूज4नेशन के पास जानकारी है कि गोपालगंज के खजुरबन्नी में 15 अगस्त 2016 को जहरीली शराब से हुई मौते के बाद परिजनों को सरकारी मदद मिली थी। मरने वाले 19 लोगों में अनिल राम भी थे. जहरीली शऱाब पीने से हुई मौत के बाद सरकार ने इनकी पत्नी अमृता को 4 लाख रू मुआवजा दिया था. कुछ समय पहले अनिल राम की पत्नी अमृता कही थी, उस दिन खजूरबानी में उनकी जिन्दगी उजड़ गयी। उसे दो बेटे और दो बेटी हैं। अमृता अब मायके में अपनी मां और पिता के साथ रहती है। आज अमृता का घर का और अपने बच्चों का खर्च निकालना भी मुश्किल है। उसके पति अनिल राम उन 19 लोगों में से थे जिन्होंने जहरीली शराब पीकर अपनी जान गंवा दी थी।सरकार ने अनिल राम के आश्रितों को 04 लाख रूपये का मुआवजा दिया था। मुआवजे की राशि बैंक में फिक्स कर दी गई थी और और फिक्स राशि के बदले प्रत्येक पीड़ित परिवार को बैंक से 9 सौ रूपये प्रति माह की राशि दी जाती है। लेकिन चार बच्चों वाले इस परिवार के लिए महंगाई के इस दौर में 900 रुपये से कहां खर्च चलता है।गोपालगंज शहर के नोनिया टोली के रहने वाले 55 वर्षीय परमा महतो , 28 वर्षीय शशि कुमार और 22 वर्षीय मुन्ना साह भी खजुरबानी कांड के शिकार हुए। परमा महतो की पत्नी जीतन देवी के मुताबिक उनके पति ठेला चलाकर घर का खर्च चलाते थे। जहरीली शराब ने उनके पति की जान तो ले ही ली, परिवार को भी आर्थिक तंगी के रास्ते पर ला खड़ा किया।उनके घर के 6 सदस्यीय इस परिवार में अब सरकारी मुआवजे से मिलने वाले 900 रूपये से ही परिवार का खर्च चल रहा है।

खजूरबानी जहरीली शराब कांडमें 19 लोगों की हुई थी मौत
गोपालगंज नगर थाना के खजुरबानी में जहरीली शराब कांड में कुल 19 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 06 लोग अंधे हो गए थे। इस शराब कांड के बाद नगर थाना पुलिस ने खजुरबानी गांव के मुख्य अभियुक्त नगीना पासी , रुपेश शुक्ला सहित कुल 14 लोगों को अभियुक्त बनाया था।


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