पटना: बिहार नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए ली जाने वाली सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन गुरुवार से शुरु हो गया है. आवेदन की अंतिम तिथि 15 फरवरी है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अनुसार परीक्षा ऑनलाइन 26 फरवरी से 13 मार्च तक होगी. परीक्षा का रिजल्ट मार्च में जारी कर दिया जाएगा. इनमें पहली से पांचवीं में एक विषय की परीक्षा होगी. वहीं छठी से आठवीं में आठ विषयों की परीक्षा होगी. इसके अलावा माध्यमिक यानी नौवीं से दसवीं में 19 विषयों और उच्च माध्यमिक 11वीं से 12वीं में 31 विषयों की परीक्षा ली जाएगी. शिक्षक अभ्यर्थी प्रवेश पत्र पांच से 16 फरवरी तक डाउनलोड कर सकते हैं. परीक्षा पास करने के बाद नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिल जाएगा. हालांकि उन्हें परीक्षा पास करनी होगी.
सक्षमता परीक्षा पास करने के लिए तीन अवसर
बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 की स्वीकृति मिलने के साथ नियोजित शिक्षकों के राज्यकर्मी का दर्जा पाने का रास्ता साफ हो गया था. नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा देंगे और आवंटित स्कूल में योगदान करेंगे. योगदान के साथ ही वह विशिष्ट शिक्षक कहलाएंगे. साथ ही उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बहाल शिक्षकों के अनुरूप वेतनमान व अन्य लाभ मिलने लगेगा. नियमावली में साफ लिखा है कि सक्षमता परीक्षा पास करने के लिए तीन अवसर दिये जाएंगे. तीसरे प्रयास में भी असफल रहने पर वह स्थानीय निकाय शिक्षक बने रहेंगे और इनको लेकर शिक्षा विभाग अलग से विचार करेगा.
अपर मुख्य सचिव केके पाठक की अध्यक्षता में समिति का गठन
वहीं नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है. सक्षमता परीक्षा में तीन बार परीक्षा देने पर भी उत्तीर्ण नहीं होने वाले या इस परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले नियोजित शिक्षकों पर विचार करने के लिए यह कमेटी बनी है,. केक पाठक की अध्यक्षता वाली कमेटी एक सप्ताह के अंदर अपनी अनुशंसा राज्य सरकार को देगी.
केके पाठक की अध्यक्षता में समिति के गठन का आदेश शिक्षा विभाग ने गुरुवार को जारी कर दिया. कमेटी में बीएसइबी के अध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षा के निदेशक , राज्य शिक्षा के निदेशक , शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सदस्य के रूप में रखे गए है.
विशिष्ट शिक्षकों का पद होगा स्थानांतरणीय
विशिष्ट शिक्षकों के पद को स्थानांतरणीय किया गया है. शुरु में सक्षमता परीक्षा में शामिल होने के समय टीचर्स से तीन जिलों का विकल्प मांगा जाएगा, जहां पर वे अपनी सेवा देना चाहते हैं. सक्षमता परीक्षा में उनकी मेधा क्रमांक के आधार पर उन्हें उनके द्वारा विकल्प वाले जिले में पदास्थापित किया जाएगा. तीनों विकल्प में नहीं मिलने पर रेंडमनाइजेशन के आधार पर जिला आवंटित किया जाएगा.
परीक्षा का ये होगा प्रारुप
बता दें सक्षमता परीक्षा में 150 वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाएंगे. ढाई घंटें का समय मिलेगा और हर प्रश्न एक अंक का होगा. निगेटिव मार्किंग नहीं है. वैसे नियोजित शिक्षकों के लिए जिन्हें सक्षमता परीक्षा देनी है, ऑनलाइन से संबंधित अभ्यास नजदीकी प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में संध्या साढ़े सात से साढ़े नौ बजे तक कर सकते हैं. सक्षमता परीक्षा में सफल होने के बाद विद्यालय आवंटन के पूर्व काउंसिलिंग होगी. इसमें उनके प्रमाण पत्रों की जांच की जाएगी.