लखीसराय. सरकारी अधिकारी और कर्मियों से शिष्ट आचरण की अपेक्षा रखी जाती है. लेकिन लखीसराय में इसके विपरीत स्थिति दिखती है. एक सरकारी अधिकारी से जुड़ा वायरल वीडियो इन दिनों जिले में चर्चा का विषय बन हुआ है. साथ ही लोग यह भी कह रहे हैं कि ऐसे अधिकारी को आखिर कैसे समाज में आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाए जो भाषाई गरिमा को तार-तार कर रहे हों. सार्वजनिक जीवन में इस प्रकार का अशिष्ट आचरण लोगों में चर्चा का विषय बन चुका है.
दरअसल, गाली-गलौज और अपशब्द बोलने के जिस वायरल वीडियो की लखीसराय के आम लोगों में बात हो रही है वह जिले के बड़हिया प्रखंड है. यहां के गंगासराय पंचयात के विकास मित्र और वार्ड सदस्य से जुड़ा वायरल वीडियो पूरे इलाके में चर्चा का केंद्र बन चुका है. वीडियो में कई प्रकार के अपशब्द का इस्तेमाल हो रहा हो. इसमें गंगासराय पंचयात के विकास मित्र उदित दास के साथ गंगासराय पंचयात का वार्ड 9 का वार्ड सदस्य ललित कुमार बैठा है. दोनों के बीच क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर बात शुरू होती है. इसी दौरान उदित दास की भाषा बदल जाती है. वे गाली-गलौज करते हुए कई प्रकार की बातें करने लगते हैं. सरकार कर्मी उदित दास का एक निर्वाचित जन प्रतिनिधि के साथ इस प्रकार के अशिष्ट व्यहार से आम लोगों में सरकारी कर्मी पर कार्रवाई की मांग भी की जाने लगी है.
दोनों के बीच जिस दौरान ये बातें हो रही थी उसी समय किसी ने इसका वीडियो बनाया गया. वीडियो के वायरल होने पर अब आम लोग सवाल कर रहे हैं कि सरकारी कर्मी का यह कैसा आचरण है जिसमें सार्जनिक तौर पर जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि को गलियां दी जा रही हैं. अपशब्द बोलकर आरोप लगाए जा रहे हैं. यहां तक कि दोनों के बीच कार्य निष्पादन को लेकर भी कई प्रकार की तीखी बहसबाजी हो रही है जिसमें गालियों के सहारे ही बातों को रखने की कोशिश की जा रही है. वीडियो वायरल होने पर लोग ऐसे सरकारी कर्मी के खिलाफ सोशल मीडिया पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं.