DESK : एक आचार्य से मर्यादित भाषा की उम्मीद की जाती है। लेकिन यह आचार्य अलग हैं, इनसे मर्यादित भाषा की उम्मीद करना बेमानी है। बात कांग्रेस के नेता आचार्य विनोद कृष्णम की हो रही है। जिन्होंने ओलंपिक में महिला हॉकी टीम को बधाई देने के दौरान अपने शब्दों की मर्यादा को लांघने में गुरेज नहीं किया।
उन्होंने महिला हॉकी में भारतीय टीम को हराकर कांस्य पर कब्जा करनेवाली ब्रिटेन की टीम एक ऐसे शब्द का प्रयोग किया है, जिसके बाद अब विवाद शुरू हो गया है और सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें निशाने पर लेते हुए लिखा है कि यह एक आचार्य की भाषा नहीं हो सकती है। वहीं एक यूजर्स ने लिखा है कि “यह क्या भाषा है, खुद को आचार्य कहते हो”
जोश-जोश में कर दिया गलत शब्द का प्रयोग
बता दें आज भारतीय महिला हॉकी टीम ब्रांज मेडल के लिए ब्रिटेन के साथ खेलने के लिए उतरी थी, जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भी देश भर से महिला खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाया जा रहा था। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी एक ट्विट किया था, जिसमें भारतीय टीम को बधाई देने के साथ उन्होंने ब्रिटिश खिलाड़ियों के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया था।
हार जीत लगी रहती है लेकिन “भारत”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2021
की बेटियों ने “फिरंगनों”
को पेलने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उनकी मेहनत और हौंसले को सलाम......जय हिंद. #Olympic