बड़ा खुलासा, इंजीनियरिंग घोटाले के आरोपी को कांग्रेस ने वैशाली से बनाया उम्मीदवार, CBI ने 1997 में ही दर्ज किया था केस

PATNA: बिहार कांग्रेस ने 1996 में बिहार में हुए इंजीनियरिंग घोटाले के आरोपी और सीबीआई का मुकदमा झेल रहे एक कैंडिडेट को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने 1996 में बिहार में हुए इंजीनियरिंग घोटाला जिसमें तत्कालीन मंत्री ब्रजबिहारी प्रसाद समेत अन्य अभियुक्त थे उसी में से एक अभियुक्त को मैदान में उतारा है. बिहार कांग्रेस ने वैशाली विधानसभा सीट से संजीव सिंह को टिकट दिया है.
संजीव सिंह मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं और उन्हें ही पार्टी ने इस बार वैशाली से उम्मीदवार बनाया है. संजीव सिंह पर सीबीआई ने 1997 में धोखाधड़ी का मुकदमा किया था. दरअसल यह मामला 1996 में बिहार में हुए बहुचर्चित इंजीनियरिंग घोटाले से जुड़ा है. इस घोटाले में तत्कालीन विभागीय मंत्री और लालू प्रसाद के खास ब्रज बिहारी प्रसाद का नाम आया था. कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने इस मामले की जांच की और ब्रजबिहारी प्रसाद समेत अन्य पर मुकदमा जांच दर्ज किया था।सीबीआई ने जब पूरे मामले की जांच की तो उसमें संजीव कुमार का भी नाम आया उसके बाद सीबीआई ने 1997 में संजीव पर केस दर्ज किया। संजीव सिंह पर सीबीआई ने आरसी स्पेशल केस नंबर 43-ए 1997 दर्ज किया. कांग्रेस प्रत्याशी संजीव सिंह पर 409, 420, 120 बी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज है .अभी यह मामला न्यायालय में है. वैशाली के कांग्रेस प्रत्याशी संजीव सिंह ने नामांकन के समय दिए हलफनामें में भी इस केस का जिक्र किया है।
स्क्रीनिग कमिटी पर बड़ा सवाल
अब बड़ा सवाल यही है कि कांग्रेस पार्टी ने किस तरह के उम्मीदवार को टिकट दिया है. आखिर स्क्रीनिंग कमिटी क्या कर रही थी? दावे तो यह किए जा रहे थे कि कांग्रेस किसी विवादित नेता को टिकट नहीं देगी. लेकिन इस बार तो कांग्रेस ने इंजीनियरिंग घोटाले के आरोपी और जिस पर सीबीआई का मुकदमा दर्ज है और मामला कोर्ट में है उसे टिकट देकर उपकृत किया है।