PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश एक नया विमान और एक हेलिकॉप्टर खरीद रहे हैं। गरीब राज्य बिहार में 12 सीटर विमान खरीदने पर व्यय किये जाने वाले करोड़ों रू पर सवाल उठने लगे हैं। बीजेपी ने जेट विमान खऱीदने पर सीएम नीतीश को कटघरे में खड़ा किया है। सुशील मोदी ने कहा कि 250 करोड़ का 12-सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10-सीटर हेलीकाप्टर खरीदने का सरकार का फैसला बिहार जैसे गरीब राज्य की जनता के पैसे का खुला दुरुपयोग है। इसका जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं। नीतीश के सपनों की उड़ान में बाधा डालने पर मुख्यमंत्री ने चुप्पी तोड़ी है. नीतीश कुमार ने कहा है कि नया विमान तो सबके हित में है।
सुशील मोदी नया विमान खरीदने के लिए कहते थे
मुख्य़मंत्री नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि अपने पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी नया जेट विमान खरीदे जाने के निर्णय पर सवाल खड़ किये हैं. इस पर मुख्य़मंत्री ने कहा कि ''अजब हाल है, पहले से ही कह रहा था वह, वो तो पहले से ही, आप जानते ही हैं, हमलोग पहले लिए हुए थे विमान. उसके बाद ट्रेनिंग के लिए दे दिए थे. फिर हम लोग भाड़ा पर लाए थे, आप लोग तो जानते ही हैं कि भाड़ा पर कितना बढ़िया विमान लाए थे. उसके बाद अब देखा गया कि अपनी तरफ से विमान आ जाए तो अच्छा रहेगा. यह सब के हित में है. हमको तो आश्चर्य लगता है कि कोई कुछ बोलता है. जरा पूछ लीजिएगा कि यह लोग पहले क्या बोलते थे? सुशील मोदी पहले बोलते थे कि नया विमान खरीदाना चाहिए।
नया विमान खरीदने पर मोदी ने उठाये थे सवाल
दरअसल, नीतीश कैबिनेट ने 27 दिसंबर को नया जेट विमान और हेलिकॉप्टर खरीदने का फैसला लिया था। इसके बाद बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि 250 करोड़ का 12-सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10-सीटर हेलीकाप्टर खरीदने का सरकार का फैसला बिहार जैसे गरीब राज्य की जनता के पैसे का खुला दुरुपयोग है। इसका जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं। मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए देश भर में दौरा करने और प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा करने के लिए बिहार के खजाने पर 350 करोड़ से अधिक का बोझ डालने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो जेट विमान खरीदा जाने वाला है, उसे बिहार के केवल चार हवाई अड्डों के रनवे पर उतारा जा सकता है। अब राज्य सरकारें नया विमान या हेलीकाप्टर खरीदने के बजाए इसे किराये पर लेना किफायती समझती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार भी पांच साल से किराये पर ही हेलीकाप्टर ले रही है। वर्ष 2005 में राज्यपाल बूटा सिंह के समय 14.5 करोड़ रुपये में किंग एयर का जो 6-सीटर विमान खरीदा गया था, वह अब भी उड़ान के योग्य ( आपरेशनल) है। उन्होंने कहा कि 1989 में सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की सरकार ने 7 करोड़ की लागत से दो हेलीकाप्टर खरीदे थे। इनमें एक हेलीकाप्टर का इंजन बदल कर उड़ान के लायक बनाया जा सकता है। इस पर मात्र 2.5 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है, लेकिन सरकार विमान-हेलीकाप्टर खरीदने के लिए 350 करोड़ से अधिक खर्च करना चाहती है।