Desk : भारत के साथ कई देश लंबे वक्त से कोरोना से प्रभावित है. हालांकि इसके प्रभाव अभी तक कम नहीं हुए हैं. इसके प्रभाव को समझने के लिए अमेरिका के एक्सपर्ट्स ने करीब 90 स्टडी का विश्लेषण किया है. विश्लेषण के बाद एक्सपर्ट्स ने रिसर्च पेपर प्रकाशित किया है और चेतावनी दी है कि किस तरह से कोरोना वायरस समाज को बदल देगा. एक्सपर्ट्स का कहना है कि महामारी की वजह से युवाओं को अधिक वक्त तक सिंगल रहना होगा.
एक्सपर्ट्स ने आगे कहा है कि जन्म दर घट जाएगी, लोग अधिक वक्त तक सिंगल रहेंगे और महिलाएं खुद को अधिक सेक्शुअलाइज करेंगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग कोरोना संक्रमित नहीं होते हैं, उनकी जिंदगी भी कोरोना की वजह से बदलेगी. महामारी की वजह से प्लान किए गए प्रेग्नेंसी में कमी आएगी. लोग शादी और बच्चे पैदा करने में देरी करेंगे. इसकी वजह से कुछ देशों की आबादी कम हो सकती है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बर्थ रेट कम होने की वजह से समाज और इकोनॉमी पर भी असर पड़ेगा. नौकरी की संभावनाएं और बुजुर्गों की देखभाल के लिए संसाधन कम होंगे. लॉकडाउन की वजह से घरों में अधिक काम करने पड़ते हैं और इससे जेंडर इनइक्विलिटी भी बढ़ेगी. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की साइकोलॉजिस्ट और रिसर्च की लेखिका मार्टी हेजलटन कहती हैं कि समाज पर कोरोना का असर लंबे वक्त तक रहेगा और महामारी जितना अधिक वक्त तक रहेगी, असर और बड़ा होता जाएगा.