DESK: कोरोना के आंकड़े दिनों-दिन नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, यह आंकड़े यह बताने के लिए काफी है कि कोरोना की दूसरी लहर कितनी ज्यादा खतरनाक है. इस बार बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और पिछले वर्ष से ज्यादा लोगों की जान भी जा रही है. इसके बावजूद कई लोग लापरवाही बरतने से पीछे नहीं हट रहे. ऐसे लोगों के वजह से आसपास के रहने वाले लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ता है और इनकी एक लापरवाही सभी पर भारी पड़ सकती है. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है भागलपुर जिले से, जहां होम क्वारंटीन में रह रहा पूरा परिवार ही रातोंरात फरार हो गया है. इस खबर से पूरे गांव में खलबली मच गई है.
भागलपुर के बरारी के शीतला स्थान निवासी महिला घर में अपने बच्चों के साथ रहती थी. महिला कुछ ही दिनों पहले अपने बच्चों के साथ कटिहार गई थी. वहां से आने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. 27 मार्च को सदर अस्पताल में चेकअप कराने पर उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद अस्पताल ने 30 मार्च को उसे होम क्वारंटीन कर दिया था. इसके बाद 7 अप्रैल को देर रात महिला पूरे परिवार के साथ फरार हो गई. पड़ोसियों को इस बात की तब जानकारी हुई जब सुबह उन्होंने घर के बाहर ताला लटका देखा.
घटना का खुलासा होते ही गांव वालों में हड़कंप मच गया. शीतला स्थान के लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी का आरोप लगाया है. उनका साफ तौर पर कहना है कि डॉक्टरों की टीम इतने दिनों में एक बार भी फॉलोअप के लिए नहीं पहुंची. कंटेनमेंट जोन में मरीजों की देखरेख और दवा की व्यवस्था की जाती है, इसकी सुविधा भी नदारद रही. इस घटना के बाद से कोरोना जांच अभियान की पोल खुल रही है. कोरोना पॉजजिटिव होने के बावजूद कोई मेडिकल टीम एक बार भी नहीं पहुंची, इसको लेकर लोगों में खासा आक्रोश है.
वहीं गांववालों के मुताबिक महिला घर में अपने बच्चों के साथ रहती थी. वह सिलाई करती थी इसलिए उसके घर पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था. महिला के कोरोना संक्रमित होने की खबर से अन्य लोगों के बीच डर का माहौल है. लोगों ने तो यह भी बताया कि महिला के संक्रमित होने के बावजूद उसके बच्चे आऱाम से बाहर घूमते थे और घर का सामान लेकर जाते थे. ऐसे में यह संक्रमण कितने लोगों तक फैला होगा इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.