NEW DELHI : देश में कोरोना से बचाव के लिए अब तक सिर्फ दो ही वैक्सीन उपलब्ध है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड। अब तक यह व्यवस्था कि टीका लगानेवाले को इस बात की जानकारी नहीं होती थी कि टीकाकरण केंद्र पर उन्हें दोनों में से कौन सी वैक्सीन लगाई जाएगी। कई लोग कोविशील्ड लेना चाहते थे, लेकिन सेंटर पर उन्हें कोवैक्सीन मिला, उसी तरह कोवैक्सीन खोजनेवालों को कोविशील्ड मिल रहा था। अब इस व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है।
नइ व्यवस्था में अब टीका लेनेवाले ही यह तय कर सकेंगें कि उन्हें दोनों में से कौन सी दवा लेनी है। अब अपॉइंटमेंट लेने के लिए आप पिनकोड या जिला एंटर करेंगे तो उसके बाद आपके सामने 6 नए ऑप्शन ओपन होंगे। इन ऑप्शंस के द्वारा आप एज ग्रुप (18+ या 45+), वैक्सीन का प्रकार (कोवीशील्ड या कोवैक्सिन), फ्री या पेड वैक्सीन चुन सकेंगे। इस बदलाव से पहले वैक्सीन लगवाने के बाद मैसेज आने पर पता चलता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है। दरअसल काफी लोगों की मांग थी कि हमें कौन सी वैक्सीन लगेगी, इसे चुनने का अधिकार दिया जाए। इसके बाद ही ये बदलाव किया गया है। अब आपको कब कहां और कौन सी वैक्सीन लगवानी है उसकी जानकारी पहले से ही मिल जाएगी और उस हिसाब से आप अपने लिए स्लॉट बुक कर पाएंगे।
सेंटरों पर दिखाना होगा ओटीपी नंबर
भारत में 18+ के सभी लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हो चुकी है। इसके लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जरूरी है। हाल ही में कोविन पोर्टल में गड़बड़ियों की शिकायत के बाद बदलाव किया गया है। इस नए बदलाव के तहत अब वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के बाद अगर आप अपॉइंटमेंट बुक करते हैं तो आपके मोबाइल नंबर पर 4 अंकों का एक OTP आएगा। इस OTP को आपको वैक्सीनेशन सेंटर पर दिखाना होगा। इससे ये वेरिफाई हो सकेगा कि ये अपाइंटमेंट आपने ही बुक किया था।
मिल रही थीं शिकायतें
दरअसल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पास शिकायतें आ रही थीं कि जिन लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट बुक किया, लेकिन वैक्सीन लगवाने नहीं जा पाए, उन्हें भी वैक्सीन लगने का मैसेज आ गया था। उन्हें वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र भी जारी हो गया था।