N4N DESK: मई के महीने में बिहार-झारखंड सहित तटवर्ती क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में चक्रवाती तूफान यास ने काफी तबाही मचाई थी। इसके वजह से बिहार में मॉनसून भी जल्दी आ गया और बाढ़ भी आई। 4 महीने बाद एक और तूफान बंगाल की खाड़ी में उठ चुका है और दस्तक देने को तैयार है। इस बार इस तूफान का नाम गुलाब रखा गया है, जिसे पाकिस्तान ने रखा है।
भारतीय मौसम विभाग विज्ञान विभाग ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में चक्रवात तूफान का अलर्ट जारी किया है। रविवार शाम को इसका सबसे अधिक प्रभाव ओडिशा के गोपालपुर से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच होने की आशंका जताई गई है। इस वजह से बंगाल में भी भारी बारिश के आसार है। बंगाल की खाड़ी के उत्तरपश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्र में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का भी अनुमान जताया है। अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने को कहा गया है। आईएमडी ने 26 सितंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और अगले दो दिनों में ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों के जलमग्न होने और निचले इलाकों में जलभराव का भी अनुमान जताया है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने सभी जिलाधीशों से मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा है।
चक्रवात तूफान को लेकर एनडीआरएफ की 18 टीमें ओडिशा और आंध्र प्रदेश जाएंगी। एनडीआरएफ ने तूफान के मद्देनजर अपनी 18 टीमें ओडिशा और आंध्र प्रदेश भेज रही है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि 13 टीमें ओडिशा और पांच आंध्र प्रदेश भेजी जा रही हैं। आईएमडी ने एक ट्वीट में कहा कि उत्तर आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के तटों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।