PATNA : दानापुर विधानसभा चुनाव 2020 में जहाँ जलजमाव, टूटे फूटे सड़क, गन्दगी एक मुद्दा होगा वहीं दियारा की समस्या भी उम्मीदवारों के लिए एक ज्वलंत मुद्दा होगा। दियारा के विकास को लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बनाये एमएलसी रीतलाल यादव और पिछले कई सालों से दानापुर के विधायक रही आशा सिन्हा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चूका है।
दानापुर में चुनाव आते ही दियारा पर राजनीति शुरू हो चुकी है। नेताओं का एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चूका है। ऐसे में दानापुर में पिछले कई सालों से बनी विधायक आशा सिन्हा दियारा में विकास करने का दावा कर रही है तो वहीं दानापुर विधानसभा का चुनाव लड़ने का मन बनाये और लगातार जनता के बीच जनसंपर्क कर रहे एमएलसी रीतलाल यादव ने वर्त्तमान विधायक पर दियारा का विकास नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायक ने पिछले 15 सालों में दानापुर को बर्बाद कर दिया। दानापुर में चारों तरफ गन्दगी फैली है. इनकी फैलाए गए गन्दगी से गंगा मैया भी 3 किलोमीटर पीछे चली गई है. अगर जनता ने मुझे आशीर्वाद दिया तो हम सबसे पहले दियारा का विकास करेंगे। साथ ही दियारा के लोगों के लिए पक्का पुल बनवाना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।
रीतलाल यादव के आरोप लगते ही आशा सिन्हा भी जवाब देने में पीछे नहीं रही. आशा सिन्हा ने तो दानापुर में अपने कार्यकाल में किये गए विकास कामों को गिनाने लगीं। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में दानापुर में विकास हुआ है। मेरे द्वारा 15 सालों में विकास का काम बहुत किया गया है। आशा सिन्हा ने दियारा के विकास पर कहा कि पहले दियारा में कुछ भी नहीं था लेकिन आज रोड, नल-जल और बिजली दियारावासियों को हमने पहुंचाया। बस एक पक्का पुल की उनकी मांग है। उनकी मांगो को हमने विधानसभा तक उठाया है वो जल्द ही इनके मांगों को पूरा कराने का भी काम करेंगी।
चुनावी बयार में नेताओ के द्वारा किये गए वादे तो आम बात है। जनता को तो बस काम होने से मतलब है। अब देखना होगा कि नेताओ के द्वारा चुनाव में किये गए वादे पूरा होंगे या फिर वादा पर ही संतोष करना पड़ेगा।
पटना ग्रामीण से सुमित कुमार की रिपोर्ट