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दरभंगा के किले पर 59 साल बाद दुहराया गया इतिहास, राजपरिवार ने फहराया तिरंगा

दरभंगा के किले पर 59 साल बाद दुहराया गया इतिहास, राजपरिवार ने फहराया तिरंगा

DARBHANGA : दरभंगा के प्राचीन 85 फीट ऊंचे किले पर राज परिवार के द्वारा झंडात्तोलन कर एक गौरवशाली गाथा की शुरुआत की गई है. विदित हो कि 59 साल बाद इस किले पर राज परिवार के द्वारा झंडात्तोलन किया गया है. जैसे ही लोगो को पता चला कि राज किले पर तिरंगा फहराया जायेगा, लोग भाग कर किले के मेन द्वार पर पहुँच गये. सैकड़ो की संख्या में बुजुर्ग, बच्चे, जवान महिला राष्ट्र्टगान गाती दिखी. वही सभी उत्साहित थे. बता दे वर्षों तक इस किला पर झंडात्तोलन नहीं होता था.  इसके बाद कुछ छात्र संगठनों के कुछ उत्साहित कार्यकर्ताओं ने बीते कुछ वर्षों में किले पर झंडात्तोलन और मिथिला की धरोहर को संरक्षित करने को ले सरकार और  राजपरिवार का ध्यान आकृष्ट  हो, इसको लेकर इन छात्रों ने आन्दोलन  शुरू किया. जिसके बाद राज परिवार का ध्यान इस ओर आकृष्ट हुआ और आज गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां झंडात्तोलन हुआ. मौके पर बड़ी संख्या में लोगो ने भाग लिया. स्थानीय लोगों ने इसे सराहा है. एक बार पुनः दरभंगा राज परिवार की यादें ताजा हो गई है. झंडात्तोलन को लेकर कई दिनों से यहां काम चल रहा था. इस किले को साफ सुथरा कर टूरिस्ट पैलेस के रूप में विकसित करने के लिए राज परिवार के वंशज कुमार कपिलेश्वर ने ख्वाहिश जाहिर की है. साथही लोगो से इसमे सहयोग की अपील की है. 

इस बावत महाराजा कामेश्वर सिंह के वंशज कुमार कपिलेश्वर सिंह ने बताया कि 59 सालों बाद यहां झंडा फहराया जा रहा है. इससे पहले महाराजा रामेश्वर सिंह यहां झंडात्तोलन करते थे. किसी कारणवश बीच में यह बंद हो गया.आज झंडात्तोलन कर बहुत ही उत्साहित हूं, बहुत गर्व हो रहा है. हम लोगों ने बीते नवंबर माह में भी महाराज की जयंती मनाई थी. इस मौके पर दिव्यांगों के बीच ट्राई साइकिल और कृत्रिम अंग बांटे थे. हम इस धरोहरो को साफ सुथरा कर रहे हैं. क्योकि जब तक मेंटेन नही होगा, टूरिस्ट हब नही बन सकता. टूरिस्ट पैलेस बनने से रोजगार मिलेगा,रेवेन्यू आएगा,इससे सबको फायदा होगा. 

इस बाबत एमएसयू के एक कार्यकर्ता ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि हम लोगों का शुरू से ही उद्देश्य  मिथिला के धरोहरों को संरक्षित करने का रहा है. जिसके लिए हम लोगों ने आंदोलन भी किया और आवाज भी उठाया. उसी मुहिम के तहत सरकार और राजपरिवार का ध्यान इस किले की तरफ आकृष्ट करने के लिये हम्लोगों ने अभियान चलाया. आज खुशी हो रही है कि महाराज के पौत्र कुमार कपलेश्वर सिंह आज ध्वजारोहण किये और हमलोगों को सहयोग भी किये. साथ ही आश्वस्त किये हैं की आगामी 15 अगस्त से यहाँ पर झांकी भी निकलेगी और देश स्तर का कार्यक्रम भी होगा. दिल्ली के किले से 10 फुट इस ऊंचे किले के लिये हमलोगों द्वारा चलाये गये मुहिम के अंजाम तक पहुँचते देख बहुत खुशी हो रही है. 

दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट

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