PATNA : बिपार्ड गया में प्रशिक्षण के दरम्यान उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय परिकोंच, मरौना जिला सुपौल के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुजीत कुमार ओझा की मृत्यु हो गयी। वे बक्सर जिला के शाहपुर प्रखंड के पहरपुर गांव के निवासी थे। सुबह पी.टी. से वापस प्रशिक्षण स्थल होटल प्रेमाश्रम, बोधगया लौटते समय हर्ट अटैक के कारण उनकी मौत हो गयी । बिहार के शिक्षकों के लिए उनकी मौत मर्मांतक घटना है।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने उनकी असामयिक मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा है कि सुजीत कुमार ओझा की मृत्यु अधिकारियों की घोर संवेदनहीनता और लापरवाही का नतीजा है। हृदय की बीमारी से ग्रस्त होने के बावजूद बिना सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किए रोज उन्हें पीटी करने के लिए बाध्य किया जाता था। जबकि उनके द्वारा अपने हृदय की बीमारी की सूचना प्रशिक्षण प्रभारी को दी गयी थी।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि अधिकारियों द्वारा निर्मित दोषपूर्ण एवं अविवेकशील प्रशिक्षणचर्या के कारण बिपार्ड में बिहार के शिक्षकों को सुबह साढ़े पाँच बजे से संध्या साढ़े सात बजे तक प्रतिदिन 14 घण्टे बगैर विश्राम दिए कठोर प्रशिक्षण दिया जाना अत्यंत अमानवीय कृत्य है। ऐसे गैर जवाबदेह और संवेदनहीन अधिकारियों पर सरकार मुक़दमा दर्ज करते हुए शीघ्र जेल भेजने की करवाई शुरू करे।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बिहार सरकार से मांग की है कि स्वर्गीय ओझा की विधवा को सरकार 25 लाख मुआवजा दे और उनके आश्रित को अनुकंपा के आधार पर सम्मानजनक नौकरी दे। साथ ही उनका दाह संस्कार सरकारी खर्चे पर कराया जाय। उन्होंने कहा कि इस दुःख की घड़ी में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ उनके परिजनों के साथ खड़ा है।