News4nation desk : कोरोना वायरस का मामला देश में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल के बाद दिल्ली में इस वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब दिल्ली सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए कमर कस ली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना से लड़ने के लिए यह योजना बनाई है। इस योजना का नाम दिया है फाइव टी योजना।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद प्रेसवार्ता कर इस योजना की जानकारी दी है। उन्होंने प्रेस वार्ता में बताया कि अगर दिल्ली में तीस हजार मरीज होते हैं तो किस तरह से दिल्ली सरकार काम करेगी। उन्होंने ये भीबताया कि दिल्ली सरकार 'फाइव टी योजना' पर काम करेगी।
केजरीवाल ने ये कहा कि अगर हम कोरोना से तीन कदम आगे रहेंगे तभी हम इसे हरा सकते हैं।
आइए आपको बताते है क्या है यह केजरीवला की फाइव टी योजना...
पहला टी- टेस्टिंग-केजरीवाल ने कहा किबिना टेस्टिंग कोरोना कीरोकथाम संभव नहीं, जिस भी देश ने बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की उसने इसेकंट्रोल किया। जैसे साउथ कोरिया ने किया वैसे हम करेंगे। टेस्टिंग किट की समस्या अब थोड़ी सुधरी है। एक लाख लोगों के रैपिड टेस्ट के लिए ऑर्डर दिया है। जल्द डिलीवरी चालू हो जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि हम दिल्ली में जोहॉटस्पॉट हैं जैसे- निजामुद्दीन मरकज और दिलशाद गार्डन वहां बड़े पैमाने पर टेस्टिंग कराएंगे।
दूसरा टी- ट्रेसिंग-जब हमने पता कर लिया कि कोई पॉजिटिव है तो उससे जुड़े सभी लोगों को ट्रेस कर क्वारंटीन किया जाएगा। यानी लोगों की पहचान करना बहुत जरूरी है कि कोरोना संक्रमित से कौन-कौन मिला उसे क्वारंटीन किया जाए। इसके लिए हमनेपुलिस की मदद लेनी शुरू की है।
तीसराटी- ट्रीटमेंट-जो बीमार हो जाए उसका इलाज कराना। हमने 3000 बेड की क्षमता पा ली है। हमने तीन अस्पतालों को कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया है। केजरीवाल ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार ने तीस हजार मरीजों तक को भर्ती करने के लिए योजना तैयार कर ली है।
चौथा टी- टीम वर्क-इस बीमारी से अकेले नहीं लड़ा जा सकता, टीम के तौर पर ही कोरोना को जड़ सेखत्म किया जा सकता है। देश के सभी राज्य एक साथ काम कर रहे हैं।
पांचवां टी- ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग-केजरीवाल ने बताया कि बिना कोरोना की तैयारियों पर नजर रखे और बिना मॉनिटरिंग किए कोरोना से जंग नहीं जीती जा सकती। उन्होंनेकहा कि मैं पूरी व्यवस्था पर खुद नजर रखे हुए हूं। हम इसे हरा कर रहेंगे।