पटना. बिहार सरकार में 2012 से बहाल संविदा परिचारि और चालको ने रविवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध जताया. उन्होंने विभाग और सरकार का ध्यान आकृष्ट कर अपने समान काम के बदले मूल वेतन प्रक्रम, महंगाई भत्ता ,समतुल्य मानदेय का पुनरीक्षण करने की मांग की है.
बताया जा रहा है कि लगभग 4 सौ से ज्यादा बिहार में कार्यरत सरकारी विभाग में संविदा परिचारि और चालको को पुनरीक्षण मानदेय ने वृद्धि 10 साल सेवा देने के बाद भी नहीं हुई है.वहीं प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को मानदेय का नियमसंगत एवम सम्यक तौर पर होना चाहिए। बताया जा रहा है कि पुनरीक्षित मानदेय का आदेश समेकित रूप से सभी विभागों के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के संकल्प 1003 के निर्गत तिथि से भुगतेय होना है।
बहरहाल अपने 4 सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य संविदा कार्यालय परिचारी एवं चालक संघ द्वारा एक साथ सामूहिक रूप से अपने मैंगो को लेकर शांतिपूर्ण धरना सचिवालय स्थित सूचना भवन कार्यालय परिसर में किया है. इस मौके पर संविदा में बहाल परिचारी और चालको ने कहा की विभाग इनकी मांगो को पूरा करें।
पटना से अनिल की रिपोर्ट