बिहार में के के पाठक की तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं सुधर रही शिक्षा व्यवस्था, भागलपुर में प्रधानाध्यापक की लापरवाही आया सामने

बिहार में के के पाठक की तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं सुधर रही

BHAGALPUR: बिहार के ACS  के.के पाठक बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए रात दिन अपना पसीना बहा रहे हैं और शिक्षा व्यवस्था को सुधार करने के लिए रात दिन नए-नए आदेश जारी करते हैं। लेकिन उनके प्रधानाध्यापकों के गलती का खामयाजा बच्चे और उसके पिता को भुगतने को मजबूर होना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला भागलपुर जिला के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर आदर्श मध्य विद्यालय से सामने आया है। जानकारी के अनुसार सैदपुर सहित प्राथमिक विद्यालय उत्तर के प्रधानाध्यापकों द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला प्रकाश में आया हैं।

बताया जा रहा है कि, प्रधानाध्यापक द्वारा अपने मनमर्जियां से बच्चों का गलत तरीके से गलत नाम नामांकित करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को लेकर बच्चों के पिता दीपक कुमार पंडित और हिरा लाल शर्मा ने बताया कि अपने मेरे बच्चे का नाम और जन्म तिथि मेरे आधार या जन्म सर्टिफिकेट से मिलता जुलता ही नहीं हैं। गलत नाम लिख दिया है। अपने समस्याओं को लेकर के कभी आदर्श मध्य विद्यालय सैदपुर तथा प्राथमिक विद्यालय सैदपुर उत्तर के  प्रधानाध्यापकों के पास सहित BRC में नाम और जन्म तिथि को सुधार करवाने के लिए चक्कर लगा रहे। 

छात्र के पिता ने बताया गया कि बिना जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड लिए ही अपना पर्सेंटेज पूराने को लेकर एन केन प्रकारेण बच्चे का गलत नामांकन कर दिया जाता है। जब बच्चे को नवोदय का फॉर्म भरने का समय आता हैं। तो बच्चे का गलत नाम रहने के कारण नवोदय का फॉर्म नहीं भर पाता हैं। जिससे बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। वहीं प्रधानाध्यापकों द्वारा बोला जाता है कि हम कुछ नहीं कर सकते हैं। जो एडमिशन कर दिया वही सही है। आप आधार और जन्म प्रमाण पत्र में सुधार करवा लें।

Nsmch
NIHER

वहीं बच्चों के पिता कभी विद्यालय तो कभी बीआरसी का चक्कर काटने को मजबूर हैं। वहीं प्रधानाध्यापक से जब फ़ोन पर संपर्क किया गया तो धनंजय कुमार ने बताया कि आज से पांच साल पूर्व आगनवाड़ी से यही नाम दिया गया था। वहीं जब आदर्श मध्य विद्यालय सैदपुर के प्रधानाध्यापक निर्भय कुमार झा से जब पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि आज से पांच साल पूर्व ही नामांकन लिया गया था। हम उसमें कुछ भी नहीं कर सकते हैं।


भागलपुर से बालमुकुंद कुमार की रिपोर्ट