BETTIAH : प्रदूषित पानी और वायुमंडल में दूषित गैस छोड़े जाने को लेकर प॰चंपारण केमझौलिया चीनी मिल के खिलाफ किसान 15सितंबर सेधरने परबैठे हैं. इसके बाद भी अभी तक कोई अधिकारी उनकी सुधि लेने नहीं पहुंचा है. किसानों ने कहा की उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे वोट का बहिष्कार करेंगे.
करीब छहदिनों से धरने पे बैठे किसानों ने बताया कि मझौलिया चीनी मिल के इथनॉल प्लांट से निकलने वाले हवा और दूषित पानी से सैकड़ों एकड़ खेती बर्बाद हो चुकी हैं. दूषित पानी की बदबू से सांस लेना भी मुश्किल हो गया हैं. जबकि सरकार शुद्ध पानी पहुँचाने के लिए पंचायतों व शहरों में हर वह व्यवस्था कर रही है. जिससे जनता को शुद्ध जल मिल सके.
इस संबंध मेकिसान रमेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि दूषित पानी छोड़े जाने के कारण खेत की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. चापाकल से निकलने वाला पीने का पानी भी दूषित हो चुका हैं. एक तरफ बिहार सरकार द्वारा गाँवो मेंपीने के लिए शुद्ध पानी नल-जल योजना के तहत करोड़ों रूपये खर्च कर शुद्ध पानी मुहैया कराई जा रही हैं. वही इथनॉल प्लांट द्वारा छोड़े जा रहे दूषित पानी के कारण पीने योग्य शुद्ध पानी भी दूषित हो चुका हैं. जिससे गाँव में किसी बड़ी बीमारियों के होने का खतरा बना हुआ हैं. इससे पूर्व भी किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था.
बीडीओ ने आश्वासन दिया था कि72घंटों में किसानों की समस्या को लेकर बात की जाएंगी और समाधान भी निकाला जायेगा. लेकिन बीडीओ द्वारा मिला आश्वासन,आश्वासन ही रह गया. यहां के जनप्रतिनिधि भी कभी किसानों की समस्या पर कोई बात नहीं करते हैं. हम सभी किसानों द्वारा पत्र माध्यम से जिलाधिकारी को इस समस्या से अवगत कराया गया हैं. इस फैक्ट्री से निकालने वाले दूषित जल से आसपास के कई गाँव प्रभावित है. अगर समस्या पर कोई सुनवाई नहीं होती है तो हम किसान आंदोलन को और तेज करेंगे.साथ ही आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव का हमलोग बहिष्कार करेंगे.
बेतिया से आशीष कुमार की रिपोर्ट