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12 साल बाद 2007 टी-20 विश्व कप फाइनल के हीरो से मिले धोनी, तस्वीरें सोशल मीडिया पर हो गई वायरल

12 साल बाद 2007 टी-20 विश्व कप फाइनल के हीरो से मिले धोनी, तस्वीरें सोशल मीडिया पर हो गई वायरल

DESK : 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल की बात होती है तो उस अंतिम ओवर का जिक्र जरुर होता है, जब पहली बार कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर शर्म को दी थी। जोगिंदर शर्मा (Joginder Sharma) का वह आखिरी ओवर और उसमें श्रीसंत (S. Sreesanth) द्वारा मिस्बाह उल हक (Misbah Ul Haq) के लिए उस कैच ने भारतीय क्रिकेट फैंस को खुशियों को कई गुना भर दिया था। हालांकि इसके बाद जोगिंदर शर्मा का जिक्र ज्यादा नहीं हुआ। लेकिन आज जोगिंदर शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम पर ऐसा पोस्ट किया कि एक बार फिर से वह चर्चा में आ गए।  

वर्तमान में हरियाणा पुलिस में DSP के पद पर तैनात जोगिंदर शर्मा ने अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ फोटो पोस्ट की। फोटो पोस्ट करते ही यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 2007 टी-20 विश्व कप के दोनों हीरो को सालों बाद एक साथ देखकर फैंस जमकर तारीफ कर रहे हैं।

धोनी के साथ किए पोस्ट के बैकग्राउंड में  एक खास गाना भी बज रहा है। उन्होंने इसे शेयर करते हुए लिखा, ‘लंबे समय बाद एमएस धोनी से यह मुलाकार शानदार थी. करीब 12 साल बाद हुई यह मुलाकात थोड़ी अलग और मजेदार रही.’ इतना ही नहीं उन्होंने इस वीडियो पर दोस्ती का एक बहुत ही शानदार सॉन्ग भी शेयर किया है.

जैसे ही धोनी की तस्वीरों के साथ जोगिंदर द्वारा शेयर किए इस वीडियो को आप क्लिक करेंगे तो उस पर सॉन्ग प्ले होगा- ‘ऐ यार सुन यारी तेरी… मुझे जिंदगी से भी प्यारी है.’ बॉलिवुड फिल्मों में दोस्ती के लिए मशहूर रही अमिताभ बच्चन और शशि कपूर पर फिल्माया यह सॉन्ग 1979 में आई फिल्म सुहाग का है. इस सॉन्ग को मोहम्मद रफी, शैलेंद्र और आशा भौंसले ने गाया है. इसे आनंद बक्शी ने लिखा है, जबकि लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने इस पर म्यूजिक दिया है.

फैन्स जोगिंदर शर्मा के इस ताजा वीडियो को खूब पसंद कर रहे हैं. जोगिंदर शर्मा के क्रिकेट करियर की बात करें तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टी20 वर्ल्ड कप जिताने के बावजूद उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा और वह सिर्फ 4 वनडे और 4 टी20 इंटरनेशनल मैच ही खेल पाए. उन्होंने अपने वनडे करियर में बल्ले से कुल 35 रन बनाए, जिसमें 29 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा. टी20I में उन्हें कभी बैटिंग का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने इस फॉर्मेट में कुल 4 विकेट उखाड़े, जबकि वनडे में उनके नाम एकमात्र विकेट दर्ज है.

आज भी लोगों को याद जोगिंदर शर्मा का यह ओवर

जोगिंदर शर्मा ने भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप का चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। धोनी ने फाइनल का आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को देकर एक जुआ खेला था और जोगिंदर उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे थे। माही का जोगिंदर को आखिरी ओवर देना एक निर्णायक फैसला साबित हुआ, मिस्बाह उल हक का विकेट लेकर जोगिंदर शर्मा ने भारत को पहला टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीताया था।

टी20 वर्ल्ड कप फाइनल मैच की बात करें तो, पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 12 रन की जरूरत थी और क्रीज पर मिस्बाह उल हक मौजूद थे जो शानदार लय में दिख रहे थे। धोनी ने किसी अनुभवी गेंदबाज को चुनने के बजाय अपेक्षाकृत कम अनुभव वाले गेंदबाज जोगिंदर शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी। इस फैसले से लोगों की भौंहें तन गईं, लेकिन धोनी का अपनी रणनीति पर भरोसा कभी कम नहीं हुआ।

जोगिंदर ने ओवर की शुरुआत वाइड से की, जिससे तनाव और बढ़ गया। अगली गेंद डॉट रही, उसके बाद मिस्बाह ने छक्का लगाया, जिससे पाकिस्तान जीत के बेहद करीब पहुंच गया और उसे चार गेंदों में केवल छह रन की जरूरत थी। दबाव बहुत ज्यादा था, लेकिन धोनी शांत रहे और जोगिंदर को ध्यान केंद्रित करने और योजना को अंजाम देने के लिए प्रोत्साहित किया।

चौथी गेंद पर मिस्बाह ने जोखिम भरा फाइन लेग के ऊपर से स्कूप शॉट खेलने की कोशिश की। गेंद हवा में लटकी गई और शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े श्रीसंत ने धैर्य बनाए रखा और कैच लपक लिया। मिस्बाह आउट हो गए और भारत ने पहला टी20 विश्व कप पांच रन से जीत लिया।


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