मोदी की गारंटी से विपक्ष को सता रहा खुद को हाशिए पर जाने का डर, सांप-छुछुंदर वाली हो गई है हालत : विजय कुमार सिन्हा
PATNA : बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मोदी जी की गारंटी के लहर में इंडी गठबंधन के नेताओं की स्थिति सांप और छुछुन्दर वाली हो गई है। ये अपनी स्थिति को न उगल पा रहे हैं और न निगल पा रहे हैं ।
श्री सिन्हा ने कहा जब राममंदिर आंदोलन चल रहा था तो ये लोग कहते थे हम कभी मंदिर बनने नहीं देंगे । जब कोर्ट में मामला गया तब हमसे पूछते मंदिर कब बनाएंगे ? जब मोदी जी की सरकार ने भव्य राम मंदिर बना दिया तो बेशर्मी से कहते हैं कि मोदी ने क्या किया, मंदिर तो हमारे प्रयासों से बना। उसी तरह जब जनधन खाते खोले जा रहे थे तो ये आरोप लगाते थे कि बैंकों की हालत खराब है और मोदी सबके खाते खुलवा रहे हैं। जब जनधन खातों के जरिये 50 करोड़ से अधिक लाभार्थियों तक 34 लाख करोड़ रुपए का लाभ बिना लीकेज और भ्रष्टाचार के पहुंचा तो अब कहते हैं ये तो हमारी सोच थी, मोदी ने तो सिर्फ श्रेय लिया ।
मतिभ्रम की स्थिति में विपक्ष
श्री सिन्हा ने कहा कि हार के आसन्न खतरे से ये लोग इतने बेहाल हो गए हैं कि 'मतिभ्रम' की स्थिति में चले गए हैं । कांग्रेस की शहजादी एक दिन पहले कहती हैं मुफ्त राशन देकर मोदी जी देश के गरीबों को आश्रित बना रहे हैं फिर इनके नेता ने कहा मोदी ने कुछ नहीं किया खाद्य सुरक्षा कानून तो हमने बनाया।
अगले दिन कांग्रेस के अध्यक्ष 10 किलो मुफ्त राशन का वादा कर देते हैं। इनको पता चल चुका है कि मोदी जी ने राम, राशन और शासन को जिस तरह जन-जन तक पहुंचाया है, उसके प्रभाव के सामने इनकी एक नहीं चलने वाली ।
1990 का घिसा कैसेट चला रहे हैं लालू प्रसाद
श्री सिन्हा ने कहा जब से चुनाव शुरू हुआ तब से इधर बिहार में 1990 का घिसा कैसेट बजा-बजा कर खुद को किंगमेकर कहने वाले एक सजायाफ्ता नेता अपने और अपने परिवार के ढहते साम्राज्य को बचाने में जुटे हैं । उनके लिए कभी लोकतंत्र खतरे में हो जाता है तो कभी संविधान खतरे में। वे भूल जाते हैं कि लोगों ने उनका चाल और चरित्र देखा है।
लोगों को भलीभांति पता है कि श्रीमान लालू जी के लिए लोकतंत्र 'लालू प्लस टेन' तक ही सीमित है । वहीं न इनके मन में संवैधानिक पद के प्रति गरिमा और सम्मान है, न संवैधानिक संस्थाओं की कद्र है । सत्ता में रहते हुए सार्वजनिक जीवन में जो व्यवहार किया है, सदन के बाहर और भीतर जैसी भाषा ये बोलते रहे हैं उससे हमेशा बाबासाहेब अंबेडकर का बनाया संविधान और उसके मूल्यों का अपमान होता रहा है ।
श्री सिन्हा ने कहा कि हार कर हाशिये पर जाने का खतरा आज इंडी गठबंधन के सिर चढ़कर बोलने लगा है । 4 जून को ये सभी राजनीतिक वनवास पर जाने को मजबूर होंगे ।