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हंगामे और टीकाकरण कर्मियों से दुर्व्यवहार के कारण बिना टीका लगाये टीम हुई वापस

हंगामे और टीकाकरण कर्मियों से दुर्व्यवहार के कारण बिना टीका लगाये टीम हुई वापस

KAIMUR : कैमूर जिले के रामगढ़ प्रखंड के कलानी और देवहलीया में दो जगह टीकाकरण केंद्र बनाया गया था। लेकिन वहां के लोगों द्वारा जोरदार हंगामे और टीकाकरण कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार के बाद टीकाकरण केंद्र को बंद करा दिया गया। इन दोनों सेंटर पर कुल 2000 लोगों का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था ।

दरअसल कैमूर जिले में टीकाकरण युद्ध स्तर पर जारी है। लोग जल्दी टीका लगवाने के चक्कर में कोविड-19 पर धक्का-मुक्की करते देखे जा रहे हैं। सरकार कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर कोविड-19 के नियमों का पालन करने की बात तो करती है लेकिन कैमूर जिले के किसी भी टीकाकरण केंद्र पर कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं होता है, जिसका नतीजा रहा कि जब रेफरल अस्पताल रामगढ़ के स्वास्थ विभाग की टीम टीका लगाने के लिए कलानी और देवहलीया गई तो वहां पर शुरू में तो सब कुछ सामान्य चल रहा था। कलानी में 80 लोगों को टीका लग चुका था और देवहलिया में 100 लोगों को टीका लग चुका था। 

उसके बाद वहां मौजूद लोग लाइन में देरी से खड़े होने के कारण अपना आपा खो दिए और हंगामा शुरू कर दिया, जिससे कलानी का सेंटर बंद हो गया वहीं देवहालिया में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ग्रामीणों द्वारा दुर्व्यवहार भी किया गया जिससे वहां का भी सेंटर बंद कर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के आने में विलंब होता देख दोनों स्कूलों के प्रधानाचार्य द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम को सुरक्षित उनकी गाड़ी तक पहुंचा कर अस्पताल के लिए रवाना कर दिया गया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा अर्जेंट मीटिंग कर होने वाले टीकाकरण के बारे में प्लान बनाया और इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी।

जानकारी देते हुए रामगढ़ रेफरल अस्पताल के प्रभारी ने बताया 2000 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रामगढ़ में बुधवार को रखा गया था। हमारी टीम कलानी और देवहलीया पहुंची हुई थी वहां पर ग्रामीणों ने सहयोग करते हुए लोगों को कतार बद्ध तरीके से खड़ा करा उनके नंबर की पर्ची बाटी जा रही थी। तब तक भीड़ ने आपा खो दिया और भीड़ अनियंत्रित होकर टीकाकरण केंद्र के अंदर प्रवेश कर गई जिससे सारी व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त होने लगी तो हंगामा शुरू हुआ। किसी तरह से स्वास्थ्य कर्मी वहां से जान बचाकर भागे। मात्र 180 लोगों को ही टिका दिलाया जा सका। टारगेट पूरा करने में भी परेशानी आ रही है ।

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