पटना. जन अधिकार पार्टी (लो) के युवा अध्यक्ष राजू दानवीर ने आज महंगाई के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेर लिया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है, उससे कहीं देश की हालत आने वाले दिनों में श्रीलंका जैसी न हो जाए। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती महंगाई के लिए केंद्र की मोदी सरकार है, जो खुद महंगाई कम करने की बात कर सत्ता में आई थी, लेकिन आज यही सरकार तेज गति से महंगाई बढ़ाने का काम कर रही है। इस वजह से आज पेट्रोल क्या, अब तो सब्जियों की कीमत भी औसतन सौ के पार चली गई है। रसोई गैस ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उज्जवला योजना बस पोस्टर्स, होर्डिंग्स और सत्ताधारी दल के नेताओं के फेसबुक पोस्ट में ही रहा गया है।
राजू दानवीर ने उक्त बातें आज हिलसा में एक नए रेस्टोरेंट ‘द चिली फैमली रेस्टोरेंट’ के ग्रेंड ओपनिंग के दौरान फीता काटने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। मौके पर जाप के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। दानवीर ने कहा कि जो लोग कभी महंगाई बढ़ने पर चूड़ियां लेकर सड़क पर निकलते थे, आज वही मंत्री बनने के बाद महंगाई पर सवाल पूछने पर भड़क जाती हैं और जांच बिठा देती हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। अगर अब भी महंगाई पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में देश के हालत श्रीलंका से भी भयावह हो जाएगा।
दानवीर ने कहा कि हिलसा में इस रेस्टोरेंट के खुलने लोगों को रोजगार तो मिलेगा, साथ ही यह लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित भी करेगा। इसलिए हम भी युवाओं से अपील करते हैं कि वे इस बढ़ती महंगाई के दौर में स्वरोजगार की ओर देखें, क्योंकि आपने जो सरकार राज्य और केंद्र में चुनी है, वो उसे आपकी कोई चिंता नहीं है। लेकिन जन अधिकार पार्टी और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव जी का महंगाई, बेरोजगारी और सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने बीते दिनों हिलसा में ठेले पर शव ले जाने की घटना के सवाल पर कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। यह निंदनीय है कि माननीय मुख्यमंत्री के गृह जिले में एम्बुलेंस की जगह ठेले पर शव ले जाना पड़ा। बिहार में यह कोई नई बात नहीं है। कोरोना काल में साफ देखने को मिला कि किस तरह से केंद्रीय मंत्री तक एम्बुलेंस घोटाला कर रहे थे, लेकिन आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही वजह है कि उस समय से अब तक हमारे नेता पप्पू यादव जी लगातार इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अगर बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यस्था और रोजगार की व्यवस्था दुरुस्त हो जाये तो बिहार का विकास तेजी से हो पाएगा।