BANKA : बिहार फुले अम्बेडकर युवा मंच के बैनर तले अमरपुर प्रखंड के महादलित समुदाय के लोगों ने क्रीमी लेयर के प्रावधान तथा आरक्षण की मांग को लेकर क्षेत्र के खेमीचक, इंगलिशमोड़, कुल्हड़िया चौंक पर मुख्य सड़क पर बांस बल्ला लगाकर जाम कर दिया। इस दौरान जामकर्ताओं ने केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी किया। सड़क जाम से मुख्य सड़क के दोनो ओर छोटी व बड़ी वाहनो की लम्बी कतार लग गई। जामकर्ताओं ने बताया कि एससी एसटी का उपवर्गीकरण और क्रीमि लेयर का प्रावधान हमे मंजुर नहीं है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से संसद में बिल लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रद्द करने की मांग किया। आंदोलनकारियों ने बिहार के एससी एसटी तथा इबीसी के 65 प्रतिशत आरक्षण को 09 वीं सुची मे शामिल करने की मांग किया। इंगलिशमोड़ तथा कुल्हड़िया में भारत बंद के अवसर पर किये को जाम को जामकर्ताओं ने शांतिपुर्ण माहौल में समाप्त कर दिया। लेकिन खेमीचक गांव के समीप बिहार फुले अम्बेडकर युवा मंच के अध्यक्ष बिपिन कुमार दास के नेतृत्व मे की गई जाम के दौरान जामकर्ता उग्र हो गये तथा टायर जलाकर प्रदर्शन किया। दोपहर के बाद सैकड़ों की संख्या में जाम कर्ता बाजार बंद कराने को लेकर अमरपुर बस स्टैण्ड पहुंच गये। जहां अर्जुन साह के फल दुकान में तोड़ फोड़ करने लगा। विरोध करने पर उपद्रवी आंदोलन करी अर्जुन साह के नाबालिग पुत्र बादल कुमार तथा मनीष कुमार को लाठी डंडा से पिटाई कर दिया।
उपद्रवी इतने पर ही नहीं रूके बस स्टैण्ड पर स्थित शिवम राज मिष्ठान्न भंडार मे तोड़ फोड़ करते हुए दुकान में रखे रसगुल्ले को सड़क पर फेंक दिया। उपद्रवियो ने बड़ेलाल मिष्ठान्न भंडार, विकास वस्त्रालय, शंकर बर्तन भंडार समेत आधे दर्जन दुकानो की कुर्सी आदि तोड़ दिया। उपद्रवियो का उग्र रूप देख दुकानदारो के बीच अफरा तफरी का माहौल बन गया। उपद्रवी जामकर्ता जय भीम, जय अम्बेडकर के नारे लगाते हुए सड़को पर जमकर तांडव मचाने लगे। घटना की सुचना मिलने पर पुलिस निरिक्षक मनीष कुमार, थानाध्यक्ष पंकज कुमार झा, दारोगा विक्की कुमार अन्य पुलिस बलो के साथ बाजार पहुंच कर जामकर्ताओ को समझाने का प्रयास किया लेकिन जामकर्ता समझने की बजाय पुलिस पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते बस स्टैण्ड रणक्षेत्र में तबदील हो गई। पुलिस के उपर हो रहे पथराव को देख बाजार के कुछ दुकानदार पुलिस के बचाव में कुद गये। घंटो उपद्वी जामकर्ता व पुलिस के बीच पथराव की घटना होती रही।
मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष ने घटना से उच्च पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए स्थिति नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बलों की मांग किया। सूचना मिलते ही बांका एसडीएम अविनाश कुमार, एसडीपीओ विपिन बिहारी दो दर्जन पुलिस जवानो के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर स्थिति नियंत्रित करने में जुट गये। पुलिस बलो को देख उपद्रवी पुन: पथराव शुरू कर दिया। पथराव की घटना में अमरपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सहित आधे दर्जन पुलिस कर्मी चोटिल हो गये। जबकि तीन ग्रामीण की जख्मी होने की भी बात बताई जा रही है। घटनास्थल से पुलिस ने आधे दर्जन उपद्रवियो को हिरासत में ले लिया। करीब तीन घंटे के बाद बांका एसडीएम तथा एसडीपीओ के द्वारा ग्रामीणो तथा उपद्रवियो को समझाते हुए मामले को शांत करा लिया। बांका एसडीएम ने पथराव की घटना को दुर्भाग्य पुर्ण बताते हुए कहा कि मामले की बारीकी से जांच कर दोषियों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो सके।
बांका से चंद्रशेखर भगत की रिपोर्ट