न्यूज़ 4 नेशन डेस्क : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम 5.05 बजे निधन हो गया. अब वह हमारे बीच नहीं हैं. आपको यहाँ बता दें कि बीते कुछ दिनों में भारत ने कई महत्वपूर्ण शख्सियतों को खो दिया है. पिछले 10 दिनों के अंदर भारत के 5 महान शख्सियत हमें अलविदा कह गए.
1. आरके धवन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और इंदिरा गाँधी के निजी सचिव रहे आरके धवन का 6 अगस्त को निधन हो गया. वह 81 वर्ष के थें और कुछ दिनों से बीमार चल रहे थें. उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की थी और 1962 से 1984 तक इंदिरा गाँधी के निजी सचिव रहें थें. इसके आलावा वह राज्यसभा के सांसद भी रहे हैं.
2.एम करुणानिधि
सियासत के अजेय योद्धा करुणानिधि ने 7 अगस्त को दुनिया को अलविदा कह दिया. कई बिमारियों से ग्रसित करुणानिधि कई हफ्ते से चेन्नई के कावेरी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे थे. कई किस्म के संक्रमण के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
3. सोमनाथ चटर्जी
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का 89 साल की उम्र में 13 अगस्त सोमवार को देहांत हो गया. उनका राजनीतिक इतिहास लम्बा रहा है. वह करीब चार दशक तह सांसद रहे थें.
4. वीएस नायपॉल
साहित्य का नोबल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय मूल के प्रसिद्ध लेखक वीएस नायपॉल का निधन 11 अगस्त को अहले सुबह रायपुर में हो गया. 85 साल की उम्र में लंदन स्थित अपने घर में आखिरी सांस ली. वीएस नायपॉल को 1971 में बुकर प्राइज़ और साल 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
5. बलराम दास टंडन
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलराम दास टंडन का निधन 14 अगस्त को रायपुर में हो गया. 90 वर्षीय बीडी टंडन को हार्ट अटैक आने के बाद रायपुर के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उन्होंने अंतिम साँस ली. वह पंजाब के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके थे.
6. अजीत वाडेकर
15 अगस्त को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर का 77 साल की उम्र में निधन हो गया है. लम्बे समय से बीमार चल रहे वाडेकर ने 15 अगस्त को आखिरी साँस ली. उनकी गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है.
7. अटल बिहारी वाजपेयी
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में 16 अगस्त की शाम 5.05 बजे निधन हो गया. अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. वो 1999 से 2004 तक बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं.