बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

लैंड फॉर जॉब स्कैम में ईडी ने लालू-तेजस्वी के करीबी को हिरासत में लिया, अब चौतरफा घेराबंदी की तैयारी

लैंड फॉर जॉब स्कैम में ईडी ने लालू-तेजस्वी के करीबी को हिरासत में लिया, अब चौतरफा घेराबंदी की तैयारी

PATNA : लैंड फॉर जॉब स्कैम में ईडी ने बीते शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके बेटे के करीबी अमित कात्याल को हिरासत में लिया है। बताया गया कि अमित को पूछताछ के लिये दो महीने से ईडी समन भेज रही थी, फिर भी वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हो रहे थे।

जानकारी के अनुसार अमित कात्याल को ईडी के अधिकारियों ने उसे धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दिल्ली से हिरासत में लिया। संघीय एजेंसी ने मार्च में कात्याल के परिसरों पर छापा मारा था। उस समय लालू प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनकी बहनों और अन्य के परिसरों की भी तलाशी ली गई थी। 

घोटाले से जुड़े कंपनी के निदेशक रहे हैं कात्याल

ईडी के अनुसार, कात्याल राजद सुप्रीमो के ‘करीबी सहयोगी होने के साथ-साथ ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक भी हैं। ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड इस मामले में कथित तौर पर एक ‘लाभार्थी कंपनी है और इसका पंजीकृत पता दक्षिणी दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक आवासीय इमारत है। इसका उपयोग यादव द्वारा किया जा रहा था।

आरोप है कि 2004 से 2009 तक, भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह ‘डी पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित कर दी थी।

 कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे। सीबीआई के अनुसार, नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना जारी नहीं की गई थी, लेकिन पटना के कुछ निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में विभिन्न जोनल रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था। 

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बदले में उम्मीदवारों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से कथित तौर पर प्रसाद के परिवार के सदस्यों को अत्यधिक रियायती दरों पर जमीन बेची, जो मौजूदा बाजार दरों के एक-चौथाई से पांचवें हिस्से तक थी।


Suggested News