कटिहार- बिहार सरकार राज्य में शराबबंदी के बीच पारंपरिक रूप से ताड़ी का उत्पादन व बिक्री में लगे परिवारों को जीविका समूहों से जोड़ नीरा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रही है.वहीं उमस और भीषण गर्मी के बीच लोग हलक तक ठंडक पहुंचाने के लिए कई तरह का शीतल पेय पी रहे हैं. इस बीच कटिहार समाहरणालय के सामने आकर्षक गाड़ी से जीविका समूह द्वारा नीरा की बिक्री किया जा रहा है. जीविका समूह की महिलाएं ताड़ी से नीरा समेत कई उत्पाद बना रही हैं. अभी पारा आसमान छू रहा है, ऐसे में बाजार में नीरा की भी डिमांड खूब हो रही है.
बड़ी बात यह है कि कटिहार मे प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इस भीषण गर्मी मे नीरा का आनंद लेते हुए अन्य शीतल पेए से यह क्यों बेहतर है इसे भी बयां कर रहे हैं.
उधर जीविका कटिहार में टेपारो के माध्यम से नीरा पेड़ से उतर कर अत्यधिक तकनीक के सहारे आकर्षक अंदाज में बाजार तक पड़ोस ने मे भी भरपूर सहयोग कर रहे हैं, जिस कारण कटिहार में नीरा से जुड़ा हुआ एक बड़ा बाजार लोगों को इस भीषण गर्मी में खास आकर्षित कर रहा है...
गर्मी में लोगों के लिए कूल कूल नीरा कितना फायदामंद है और इसे बाजार उपलब्ध करवाने के लिए जीविका दीदी बता भी रहीं है.नीरा स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और इसकी बाजार डिमांड भी है. डिमांड को देखते ही उत्पादन दोगुना कर दिया गया है. बता दें कि नीरा को लोग ताड़ी या ताड़ का रस कहते हैं.
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह