NAWADA : सदर अस्पताल में कार्यरत परिवार कल्याण परामर्शी शैलेश कुमार को अस्पताल प्रबंधक पद से मुक्त कर दिया गया है। साथ ही उन्हें मूल पद पर रजौली स्थानांतरित कर दिया गया है। कोरोना संक्रमित होने के बावजूद सदर अस्पताल में काम करने पर सिविल सर्जन डा. निर्मला कुमारी ने गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए यह कार्रवाई की है।
जिला स्वास्थ्य समिति से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद विभागीय काम करने के लिए सिविल सर्जन की तरफ से नहीं कहा गया है। बावजूद वे अस्पताल परिसर में उपस्थित रहते हुए मीडिया को बयान दिया है कि अधिकारी की आदेश पर काम कर रहे हैं। यह उनके मनमानेपन और अनुशासनहीनता को दर्शाता है। साथ ही कोविड कार्यों में असहयोगात्मक रवैया रहा है। सिविल सर्जन ने शैलेश कुमार को सदर अस्पताल के प्रबंधक पद से मुक्त करते हुए मूल पद परिवार कल्याण परामर्शी के पद पर रजौली स्थानांतरित कर दिया है।
गौरतलब है कि कोविड संक्रमित रहते हुए शैलेश कुमार अस्पताल में घूमते नजर आ रहे थे और विभाग का काम कर रहे थे। हद तो यह थी कि जब सिविल सर्जन खुद ऑक्सीजन प्लांट का जायजा ले रही थीं, उस समय भी वे वहीं मौजूद थे। इस पर जब मीडिया ने सीएस सवाल किया तो उन्होंने कार्रवाई की बात कही थी।