पटनाः बिहार के पूर्व सीएम और नीतीश कुमार के सहयोगी जीतनराम मांझी इन दिनों लगातार फिरकी ले रहे हैं. वे कभी बेरोजगारी को लेकर सड़क पर उतरने की बात कह रहे तो कभी शराबबंदी में जेल गए लोगों को छोड़ने की मांग कर नीतीश कुमार को परेशान कर रहे। लगे हाथ तेजस्वी यादव को बेटा के समान युवा नेता कह कर उनकी प्रशंसा कर रहे। फिर उन्हें लग रहा कि कुछ ज्यादा हो गया इसके बाद बिहार में सुशासन राज की बात कह जीतनराम मांझी जेडीयू के साथ रिश्ता को टूटने नहीं देने का प्रमाण भी दे रहे।
बिहार इहो बा...
मांझी के लिए आज का दिन नीतीश कुमार के गुणगान और विपक्ष पर वार का है। पूर्व सीएम सीएम मांझी ने आज दो ट्वीट किये हैं. पहले ट्वीट में नीतीश कुमार के सुशासन राज का बखान है तो दूसरे ट्वीट में राजद पर तंज कसा है।जीतनराम मांझी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है-बिहार में का 'बा' पूछने वाला सब ई देखा... बिहार में ईहो बा... अब मत पूछिहा कि बिहार में का बा... काहे कि एहिजा न्याय के साथ विकास बा... एहिजा सुशासन के सरकार बा... एहिजा सबके मान-सम्मान बा...
पूर्व सीएम जीतन राम माझी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा- विधायकों से पार्टी चलाने के लिए राजद के द्वारा जो पैसे मांगे जा रहें हैं वास्तव में वह बिहार के व्यपारियों,डाक्टरों,उद्योगपतियों,होटल कारोबारियों से माँगे जाने थें पर बिहार की जनता ने भय और जंगलराज के ख़िलाफ़ वोट देकर खुद को इन सब से बचा लिया। अब जो साथ है वह भुगत रहा है.
मांझी ने जेल में बंद लोगों को छोड़ने की कर दी थी मांग
मांझी ने तीन दिन पहले सीएम नीतीश से मांग किया था कि शराबबंदी क़ानून को सख़्ती से लागू करने के लिए बंधाई। परन्तु अनुरोध है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी क़ानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन महीने से जेल में बंद हैं उनके जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं। उनके परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण उनके बच्चे भूखें हैं।