पटना में आबकारी टीम पर लगा ग्रामीणों और महिलाओं से बदसलूकी करने का आरोप, जानिए पुलिस ने क्या बताया मामला

मसौढ़ी. शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची आबकारी टीम पर महिलाओं से बदसलूकी, ग्रामीणों से मारपीट और घर में रखा नकद लेकर जाने का आरोप लगा है. मामला पटना के धनरूआ थाना के मझनपुरा गांव का है जहाँ शनिवार रात मामला सामने आया. बताया जाता है कि आबकारी पुलिस की पिटाई से आधा दर्जन महिला पुरूष जख्मी हो गये है. जिनमें एक की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. प्राथमिक उपचार के बाद उसे पटना भेजे जाने की तैयारी की जा रही थी. 

इधर इस मामले को लेकर शनिवार की रात दर्जनों ग्रामीण धनरूआ थाना पहुंच हल्ला हंगामा करने लगे. ग्रामीण आबकारी पुलिस के उपर प्राथमिकी दर्ज करने का दबाब धनरूआ पुलिस के उपर बना रहे थे. इधर मसौढ़ी आबकारी अधीक्षक संजय कुमार ने ग्रामीणों के द्वारा लगाये गये आरोप को बेबुनियाद बताया. उन्होने बताया कि मझनपुरा में ऐसे तीन चार पियक्‍कड नशे में पकडे गये है. इनमें एक दीपक पासवान नाम के व्यक्ति को छुडाने के लिये ग्रामीण आबकारी की टीम से उलझ गये. ग्रामीणों के द्वारा आबकारी पुलिस की ही पिटाई कर दी गयी है. 

उन्होने बताया कि पैसा लेने जैसे आरोप ग्रामीण हमारी टीम के उपर लगाते रहते है. कुछ ग्रामीणों को लगी चोट के बाबत उन्होने बताया कि संभव है कि आबकारी पुलिस के द्वारा अपने बचाव में आत्मरक्षार्थ किये गये उपाय की बजह से कुछ ग्रामीण चोटिल हो सकते है. हालांकि उन्होने कहा कि यह भी जांच का विषय है. इधर धनरूआ पुलिस इस संबंध में फिलहाल कुछ नही बता रही है. 

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थानाध्यक्ष ने बताया कि वरीय अधिकारी के मार्गदर्शन के बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकता है. घटना के विषय में बताया जाता है कि शनिवार को मझनपुरा गांव में एक तिलक समारोह था. गांव में महिला पुरूष अपने घर व घर के बाहर बैठे थे. ग्रामीणों का आरोप है कि इसी बीच आबकारी टीम चार गाडी से पहुंच गयी और अचानक सभी को पीटना शुरू कर दिया. इसमें नीतीश कुमार, उमा देवी, काजल देवी, किरण देवी, राजमणी पासवान जख्मी हो गये. इनमें नीतीश पासवान की स्थित गंभीर बतायी जा रही है. वही किरण व काजल देवी का आरोप है कि शनिवार को ही जीविका समूह से मिले दोनों के तीस तीस हजार रूपये को आबकारी पुलिस ने बक्से से निकाल ली है.