PATNA: एम्स पटना के फैकल्टी सदस्यों ने कोलकाता के आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को घटी हदय विदारक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. सभी सदस्यों ने इस पर एकजुटता जताते हुए aculty association of AIIMS Patna (FAAP) के सदस्यों ने संस्थान के निदेशक को ज्ञापन सौंपा.
एम्स पटना के फैकल्टी सदस्यों ने कहा कि एक प्रतिभाशाली युवा महिता डक्टर, पल्मोनरी मैडिेसिन में स्रातकोत्तर की छात्रा थी, अस्पताल के सेमिनार हॉल में संदिग्थ और अत्यंत चिंताजनक परिस्थितियों में मृत पाई गई. इस समर्पित और होनहार डॉक्टर की असमय मृत्यु ने हम सभी को गहरे शोक में डाल दिया है. यह जधन्य अपराध न केवल एक निर्दोष जीवन का अमानवीय अंत है, बल्कि हमारे चिकित्सा संस्थानो में सुरक्षा के प्रति गहरे विश्वासघात का प्रतीक भी है. इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे चिकित्सा संस्थानों में काम करने चिकित्सक खासकर हिलाएं, कितने गंभीर परस्थितियों का सामना कर रही हैं। यह अस्वीकार्य है. जोलोग अपने जीवन को दूसरों की सेवा- में समर्पित करते हैं. उन्हें अपनी ही कार्यस्थल पर ऐसे खतरों का सामना करना पड़े. हम इस अमानवीय कृत्प की कठोर निंदा करते हैं. आर जी कर मेडिकल कॉलेज के छात्रों, फैकल्टी और कर्मचारियों के साथ-साथ पूरे चिकित्सा समुदाय के प्रति अपनी अट्रट एकज़ुटता प्रकट करते हैं. इस जघन्य अपराध के दौषियों को शीघ्र न्याय के कठघरे में लाकर उन्हें सख्त से सख्त्त सजा मिलनी चाहिए. हमारे सहयोगी पर हुआ यह हमला हम सभी पर हमला है। इस दुखद घड़ी में, हम मृतक डॉक्टर के परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। हम आपके साथ हैं और इस अन्याय के खिलाफ आपके संघर्ष में आपके साथ खड़े हैं।
AAP की मांग है...
1. पूरे भारत में अपने कार्यस्थलों पर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ सभी स्वास्थ्यकमियों के लिए कामकाजी परिस्थितियों और मजबूत सुरक्षा सुनिक्षित करें।
2. दोषियों के लिए मृत्युदंड पर विचार के साथ-साथ त्वरित जांच और दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी के आह्वान का समर्थन करें।
3. स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और नैदानिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम विधेयक, 2022 "डॉक्टरों केलिए कैंद्रीय संरक्षण अधिनियम" को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए. ऐसे कृत्यों पर रोक लगानीचाहिए, और अपराधियों के लिए दंड स्थापित करना चाहिए।