NAWADA : जिले के नरहट प्रखंड कार्यालय के नाजिर घनश्याम प्रसाद को 45 लाख रुपया गबन के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी राजनीति पासवान ने थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद नवादा के वीआईपी कॉलोनी से घनश्याम प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है. थाना प्रभारी ने बताया है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी ने नाजिर के खिलाफ थाना में आवेदन दिए थे. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर जिला अधिकारी ने एसडीओ को जांच के आदेश दे दिया था. जांच में पाया गया कि नाजिर के द्वारा टोटल 45 लाख रुपया हजम कर लिया गया है. आपको बताते चलें कि काफी दिनों से नाजिर फरार चल रहे थे. आज पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नाजिर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया. नाज़िर के गिरफ्तार होने के बाद प्रखंड कार्यालय के कई ऐसे लोगों की पसीना छूट रहा है. अब कई राज खुल सकते है.
आपको बताते चलें कि 24 मई को जिले के नरहट प्रखंड के नाजिर घनश्याम प्रसाद सरकारी खजाने की राशि में हेराफेरी के मामले में फंस गए हैं. उनके खिलाफ 24 मई शनिवार को बीडीओ राजमति पासवान ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. बीडीओ द्वारा निर्गत चेक पर अंकित राशि को बढ़ाकर रुपये गबन का यह मामला बैंककर्मियों की सतर्कता से सामने आया. बीडीओ ने पांच चेकों के जरिए कुल दो लाख 30 हजार 750 रुपये निर्गत किया था, जिसके बदले 12 लाख 30 हजार 750 रुपये की निकासी कर ली गई. छठा चेक 50 हजार रुपये का था, जिसके बदले दो लाख 50 हजार रुपये की निकासी के दौरान नाजिर फंस गए.
मामला सामने आने के बाद नाजिर फरार चल रहे थे. आरोपित घनश्याम वारिसलीगंज प्रखंड के गंभीरपुर गांव के निवासी बताए गए हैं. उस समय वर्तमान थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा थे. उन्होंने बताया था कि नाजिर पर सरकारी राशि के गबन से संबंधित प्राथमिक दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. पंजाब नेशनल बैंक में मामला पकड़ में आने के बाद बैंक प्रबंधक के दबाव में नाजिर ने 16 मई को निकाले गए 3.50 लाख रुपये बैंक को लौटा दिए हैं.
क्या है पूरा मामला
नरहट बीडीओ ने 19 मई को पंजाब नेशनल बैंक की नवादा शाखा का एक चेक नाजिर के नाम पर काटा. अगले दिन नाजिर उक्त चेक को लेकर बैंक पहुंचे. चेक पर 2.50 लाख रुपये अंकित था. राशि भुगतान के पूर्व बैंक कर्मी को कुछ शक हुआ तो उसने बैंक प्रबंधक को सूचना दी. प्रबंधक ने बीडीओ से संपर्क किया. बीडीओ ने बताया कि उन्होंने 50 हजार रुपये का चेक काटा है. बीडीओ ने भुगतान रोक देने को कहा. बाद में पीएनबी खाते को खंगाला गया तो उसमें यह बात सामने आई कि इसके पूर्व की तिथि 16 मई को भी नाजिर ने 3.50 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराए हैं.
कब कितनी राशि की हुई निकासी
चार व 12 मई को दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक शेखपुरा शाखा से 50-50 हजार के चेक पर 1.50-1.50 लाख रुपये की निकासी की गई. इसी प्रकार 31 दिसंबर को इसी बैंक से 25 हजार के चेक पर 3.25 लाख, 24 फरवरी को 55 हजार 750 रुपये के चेक पर 2 लाख 55 हजार 750 रुपये की निकासी की गई. 16 मई को पीएनबी से 50 हजार की जगह 3.50 लाख रुपये की निकासी की गई. बैंक की भी इसमें लापरवाही दिख रही है. अब नाजिर पर पूरी मामला की जांच के बाद टोटल 45 लाख गबन का आरोप है. जिन्हें आज गिरफ्तार किया गया है.
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट