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बिहारी परिधान में बजट पेश करने आई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कांथा काम से सजी बिहार की टसर साड़ी ने बनाया खास

बिहारी परिधान में बजट पेश करने आई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कांथा काम से सजी बिहार की टसर साड़ी ने बनाया खास

पटना. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को परम्परागत भारतीय परिधानों और हथकरघा आदि से जुडी साड़ियों को खास मौकों पर दुनिया के सामने दिखाने के लिए जाना जाता है. गुरुवार को अंतिरम बजट पेश करने निर्मला सीतारमण निकली तो उन्होंने एक बार फिर से अपनी इस विशिष्टता से सबको अचंभित कर दिया. वहीं इस बार निर्मला का बिहार प्रेम भी झलका. दरअसल, निर्मला सीतारमण ब्लू रंग की लीफ प्रिंट वाली साड़ी में नजर आईं. निर्मला से जुड़े सूत्रों के अनुसार उन्होंने टसर साड़ी पहनी है. टसर साड़ी को बिहार की परम्परागत साड़ियों में एक माना जाता है. न सिर्फ बिहार बल्कि पूर्वी भारत के सभी राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड आदि में टसर साड़ियों का क्रेज है. खासकर भागलपुरी तसर सिल्क साड़ियों की वैश्विक पहचान है. इस बार निर्मला ने इसी  टसर सिल्क साड़ी को इस खास दिन के लिए चुना. हालांकि निर्मला सीतारमण ने जो टसर साड़ी पहनी वह बिहार में बनी थी या नहीं इस पर उनकी ओर से कुछ नहीं कहा गया है. 

दरअसल, साल 2024 के अंतरिम बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ब्लू रंग की लीफ प्रिंट वाली साड़ी में नजर आईं. माना जाता है कि नीला रंग शांति, स्थिरता, प्रेरणा, ज्ञान और भरोसे का प्रतीक है. इसे एक शांत रंग भी माना जाता है जो सुकून देता है. साथ ही नीला रंग के बारे में कहा जाता है कि यह आकाश की भांति अनंत है. यानी जैसे नीले आकाश की कोई सीमा नहीं है वैसे ही यह रंग भी है. तो निर्मला सीतारमण ने छठी बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाते हुए नीले रंग की टसर सिल्क साड़ी खास संदेश दिया. वहीं इस साड़ी को और भी खूबसूरत कांथा काम बना रहा है. 

कांथा काम : कांथा कढ़ाई में धागों से प्राकृतिक रूप रंग और फूल-पत्तियों को डिजाइन किया जाता है. यह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल की एक परम्परागत शैली है. बंगाल में कांथा का मतलब कपड़े के टुकड़े से होता है. इसलिए कांथा कढ़ाई में धागों से प्राकृतिक दृश्यों और फूल-पत्तियों को डिजाइन किया जाता है. निर्मला सीतारमण ने जो  टसर सिल्क साड़ी पहनी उस पर भी इसी कांथा काम या कांथा कढ़ाई का आकर्षक रूप दिया गया. नीले रंग की टसर सिल्क साड़ी पर सुनहला कांथा काम में पत्तियों को दर्शाया गया.  ट्रेडिशनल टसर सिल्क की साड़ी गोल्डन अंडरटोन्स के चलते जानी जाती हैं. इसके साथ ही, इसके बॉर्डर के कारण भी ये साड़ी देशभर में खूब फेमस है. 


छह साल में छह रंगों से संदेश : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया. वित्त मंत्री का ये लगातार छठा बजट भाषण रहा. वर्ष 2019 से ही हर बजट के दौरान निर्मला सीतारमण की साड़ियों ने एक नई कहानी पेश की. साल 2019 में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुलाबी रंग की साड़ी पहनकर बजट पेश किया था. गुलाबी रंग को ठहराव और गंभीरता का प्रतीक माना जाता है.वहीं साल 2020 में निर्मला सीतारमण ने पीले रंग की साड़ी पहनी जो उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक होता है.साल 2021 के आम बजट के दौरान उन्हें लाल रंग की साड़ी पहने देखा गया. लाल जो शक्ति और संकल्प का प्रतीक है. उस बार लाल और क्रीम मिक्स रहा. वहीं. वर्ष 2022 में बजट पेश के दौरान वित्त मंत्री ने भूरे यानी कि ब्राउन रंग की साड़ी पहनी थी. यह रंग सुरक्षा का प्रतीक है. पिछले साल 2023 में निर्मला सीतारमण ने लाल और काले रंग की साड़ी में बजट पेश किया था. यह रंग शौर्य और ताकत का प्रतीक है. अब शांति, स्थिरता, प्रेरणा, ज्ञान और भरोसे का प्रतीक नीला रंग वाली साड़ी में वर्ष 2024 का अंतरिम बजट उन्होंने पेश किया है. 

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