पटना. बिहार में पहले सत्ता गई और अब ‘भ्रष्टाचार’ आरोपों में घिरे तेजस्वी यादव पर प्रवर्त्तन निदेशालय ने शिकंजा कस दिया है. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में घिरे तेजस्वी यादव मंगलवार को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे. उनके ईडी कार्यालय आने के पहले बड़ी संख्या में राजद समर्थकों की भीड़ भी जुट गई. तेजस्वी के आते ही उग्र भीड़ ने जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार तथा भाजपा को निशाने पर लिया. समर्थकों की उग्र भीड़ को शांत करने के लिए खुद तेजस्वी यादव को आगेआना पड़ा और उन्होंने हाथ हिलाकर सबका अभिवादन किया तथा शांत रहने को कहा.
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने लालू यादव से हुई प्रवर्त्तन निदेशालय की पूछताछ पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने मंगलवार को केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया. मनोज झा ने कहा, ED सबकी तलाश करेगी, आप देख सकते हैं कि क्या चल रहा है. आप देख सकते हैं कि कल लालू प्रसाद यादव के साथ क्या हुआ और आज तेजस्वी यादव के साथ क्या हो रहा है. महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी ऐसे ही हालात चल रहे हैं. विपक्ष को इस तथ्य को स्वीकार करने की जरूरत है कि उन्हें चुनाव भी लड़ना है और इन एजेंसियों का सामना भी करना है.
दरअसल, लालू यादव से सोमवार को करीब 10 घंटे तक ईडी ने पूछताछ की थी. इस दौरान उनसे कई सवाल किया गए. लेकिन इस पर लालू यादव के परिवार के सदस्यों और पार्टी नेताओं ने कहा कि ईडी उन्हें प्रताड़ित करने के लिए इस तरह कर रही है. अब मंगलवार को तेजस्वी से पूछताछ होगी. इन सबके बीच बिहार में सरकार भी पलट गई है. जिससे सियासी हालात पूरी तरह बदल गए हैं. इसे लेकर राजद की ओर से मोर्चा खोला गया है.
तेजस्वी यादव के समर्थन में जुटी भीड़ ने केंद्र सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उनके नेता को फंसाने की बात कही. इस दौरान बड़ी संख्या में राजद के शीर्ष नेता भी ईडी ऑफिस के बाहर मौजूद रहे. एक दिन पहले लालू यादव से 10 घंटे पूछताछ हुई थी, ऐसे में माना जा रहा है कि आज भी तेजस्वी यादव से उसी तरह पर पूछताछ हो सकती है.