BHAGALPUR : पीरपैंती के भाजपा विधायक ललन पासवान ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से मुझपर हिंदू देवी देवताओं के विरोध में बयान देने का आरोप लगाते हुए मेरे कुछ राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मेरी छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. मैं जिस पार्टी का प्रतिनिधित्व करता हूं उसी भाजपा व आरएसएस के कारण कल तक अछूत कहकर संबोधित किये जाने वाले दलितों व महादलितों को सनातन धर्म के साथ आत्मसात कराने में अहम भूमिका निभायी है. ललन ने कहा कि भाजपा ने हिंदू समाज में व्याप्त जाति-पाती, छुआछूत व वर्णभेद को समाप्त किया है.
विधायक गुरुवार को अपनी मां के पिंडदान के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि एक न्यूज पोर्टल से मैंने यह कहा था कि मैं मृत्युभोज को एक सामाजिक बोझ समझता हूं, उसके एंकर ने मुझसे कर्मकांड और पिंडदान को भी सामाजिक बुराई बताते हुए इसका बहिष्कार करने को कहा. उसी दौरान मां लक्ष्मी, मां सरस्वती व बजरंगबली का उद्धरण देते हुए कहा था कि जो इन्हें नहीं मानते हैं, वे भी धनी, विद्वान व बलशाली होते हैं. यह उनकी आस्था है। मानने वालों के लिए देव और नहीं मानने वालों के लिए पत्थर है. मैं अपने मृत परिजनों के पिंडदान व अन्य कर्मकांड को अपनी आस्था का विषय मानता हूं।
छवि खराब करने की कोशिश
अपनी मां के श्राद्ध पर सिर्फ घाट पर जानेवालों और अपने परिजनों व स्वजनों को ही भोज में आमंत्रित किया और धार्मिक कर्मकांड पूरा किया. वायरल वीडियो में मेरे बयान का आंशिक भाग पोस्ट कर मेरी छवि खराब करने का कुत्सित प्रयास किया गया है. मैं पूरी तरह से सनातनी हूं ओर देवी-देवताओं में मेरी गहरी आस्था है. यह ऐसे लोगों की करतूत है जिन्होंने मुझे विधानसभा चुनाव में हराने के लिए हरसंभव प्रयास किया था. विधायक ने कहा कि यदि वायरल हुए आंशिक वीडियो से भी किसी की भावना को ठेस पहुंची है, तो में इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं.