GAYA: भारत के पूर्व वित्त राज्य मंत्री सह भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का गया में पिंडदान किया गया। उनका पिंडदान उनके बेटे रोहन जेटली द्वारा विष्णुपद स्थित देवघाट के समीप हनुमान मंदिर में पिंडदान किया गया।
रोहन जेटली के साथ स्व.अरुण जेटली की पत्नी संगीता जेटली भी साथ में थी। संगीता जेटली और उनके बेटे रोहन जेटली मंगलवार को विष्णुपद, सीताकुंड, और अक्षय वट वेदी पर भी पिंडदान करेंगे और उनकी आत्मा के शांति के लिए कामना करेंगे। इनका पिंडदान अमरनाथ मेहरवार दाढ़ी वाले के देखरेख में किया गया है।
मालूम हो कि, देशभर में श्राद्ध कर्म और पिंडदान के लिए 55 स्थानों को महत्वपूर्ण माना गया है, जिसमें बिहार के गया का स्थान सर्वोपरि माना गया है। गया में श्राद्ध कर्म, तर्पण विधि और पिंडदान करने के बाद कुछ भी शेष नहीं रह जाता है और यहां से व्यक्ति पितृऋण से मुक्त हो जाता है।
गया का महत्व इसी से पता चलता है कि फल्गु नदी के तट पर भगवान राम और माता सीता ने राजा दशरथ की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए यहीं पर श्राद्ध कर्म और पिंडदान किया था। साथ ही महाभारत काल में पांडवों ने भी इसी स्थान पर श्राद्ध कर्म किया था।